नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ हाल ही में अपने ट्विटर अकाउंट पर सू्र्य नमस्कार करते हुए कुछ तस्वीरें पोस्ट की थी. कैफ के इस पोस्ट से मुसलमानों में काफी नाराजगी है साथ ही उलेमाओं ने भी नाराजगी जताई है. बता दें कि कैफ के इस हरकत (सूर्य नमस्कार) से दारूल उलूम ने भी नाराजगी जताते हुए ये कहा कि इस्लाम में यह कतई जायज नहीं है.
नेशनल दस्तक के अनुसार, दारूलउलूम ने पहले ही ये फतवा जारी कर चुकी है कि जो मुस्लमानों के हक में नाजायज है उसे इस्लाम के खिलाफ माना जायेगा. बता दें कि जब उलेमायकराम कैफ के विरोध में आई तो बहुत सारे लोग कैफ के समर्थन में उलेमा के फैसले पर जमकर हल्ला बोला.
इसपर दारुल उलूम के उलेमा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उलेमा किसी के लिए अपने नियम कानून को नहीं बदलेगा और संस्थान अपने रूख पर कायम रहेगा.
वहीँ मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा की अगर मोहम्मद कैफ ने इसे कसरत समझ कर किया है तो भी ये इस्लाम मे जायज़ नहीं है. उनका कहना है कि तंदुरूस्त रहने के और भी कई कसरतें है.
वहीं कैफ के सूर्य नमस्कार करते समय अल्लाह को याद करने की बात पर दारूल उलूम जिकरिया के उस्ताद व फतवा ऑनलाइन के चैयरमैन मौलाना अपनी राय रखते हुए कहा कि सूर्य नमस्कार में ऐसी बहुत सारी क्रियाएं है जिसमें सूरज के सामने हाथ जोड़ने और सिर झुकाने जैसे मजहबी मुखालिफत बातें है जो इस्लाम में दरकिनार करता है. आगे उन्होंने कहा कि मोहम्मद कैफ को ऐसी कामों से तौबा करना चाहिए और शरियत के खिलाफ, सूर्य नमस्कार जैसी बड़ी गलती के लिए दारूल उलूम से उन्हें माफी मांगनी चाहिए.