नई दिल्ली: सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) ने स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा से पोल्ट्री प्रोडक्शन से जुड़े भ्रामक विज्ञापन से अलग होने की अपील की है. जिसे विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) द्वारा “भ्रामक” कहा गया था। एडवर्टाइजमेंट स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) इस विज्ञापन को भ्रामक करार दिया है.
सीएसई ने एक बयान में कहा वह एएससीआई के हाल में किए गए उस फैसले का स्वागत करती है कि जिसमें सानिया मिर्जा की भूमिका वाले एक विज्ञापन को भ्रामक करार दिया क्योंकि इसमें तथ्यों को गलत तरीके से दिखाया गया था. सीएसई ने पहले ही सानिया से खुद को इस विज्ञापन से अलग करने की अपील की थी.
सीएसई की ओर से कहा गया, ”हमने सानिया मिर्जा को पत्र लिखते हुए विज्ञापन में इस्तेमाल किए जा रहे गलत तथ्यों की जानकारी दी थी. वो एक रॉल मॉडल हैं और हम चाहते हैं कि वह इस विज्ञापन से खुद को दूर कर लें.” 28 फरवरी 2018 को टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक फ्रंट पेज एडवर्टरियल में, सानिया को ऑल इंडिया पोल्ट्री डेवलपमेंट एंड सर्विसेज की तरफ से ‘चिकन खाने, इसके स्वस्थ और लाभ’ को बढ़ावा देने के लिए देखा गया था ।
विज्ञापन में गलत तरीके से दावा किया गया है कि पोल्ट्री प्रोडक्शन में एंटीबायोटिक का दुरुपयोग नहीं करता है. साथ ही विज्ञापन में सीएसई की 2014 की भी एक रिपोर्ट का गलत इस्तेमाल किया गया है. एएससीआई ने भी ऑल इंडिया पोल्ट्री डेवलपमेंट एंड सर्विस प्राइवेट लिमिटिड से कहा है कि इस विज्ञापन को 23 मई से पहले सही किया जाए, या फिर हटा लिया जाए.