नई दिल्ली, 29 दिसंबर: ( फैक्स ) शाही इमाम मस्जिद फ़तह पूरी दिल्ली मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद साहब ने जुमा से क़बल ख़िताब में मुसलमानों को ताकीद की कि अपने नौनिहालों को मज़हबी उलूम तिलावत क़ुरआन-ए-करीम नमाज़ रोज़ा के मसाइल और मसाजिद के एहतिराम के जज़बे से आरास्ता करें ।
आप ने फ़रमाया ये हमारे रोशन मुस्तक़बिल की ज़मानत हैं दुनिया में भी और आख़िर में भी । शाही इमाम साहब ने वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह और काबीनी वुज़रा से पुरज़ोर अपील की कि मुसलमानों को रिज़र्वेशन दिया जाये और मुसलमानों की पसमांदगी को दूर करने की तरफ़ फ़ौरी तवज्जा दी जाये ।
उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के ए:एन की दफ़ा 341 से मज़ৃबी पाबंदी को ख़त्म क्यों नहीं कराती। शाही इमाम ने कहा कि भारत में सैक्यूलर ज़म सिर्फ़ अल्फ़ाज़ में है हक़ीक़ी मायनों में नहीं है । उन्होंने हुकूमतों से मुतालिबा किया कि वीज़ा में दी जाने वाली सहूलतें सब को दी जाएं।
आपने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि हिन्दुस्तान और पाकिस्तान हुकूमतें वीज़ा में सहूलतों की बात तो कर रही हैं लेकिन हक़ीक़ीक़त कुछ और ही है । पाकिस्तान के वज़ीर ए ख़ारेजा के हालिया दौरे पर जिन सहूलतों का ऐलान किया गया वो सिर्फ़ सैय्याहों और मज़हबी अक़ीदत मंदों के साथ बच्चों और बूढ़ों के लिए रखी गई हैं ।
उन्होंने बच्चे और बूढ़े बगै़र जवानों की मदद के सफ़र नहीं कर सकते । शाही इमाम ने कहा कि ईरान एयरवेज़ के इस ऐलान का ख़ौरमक़दम किया कि फ़्लाईट के नमाज़ियों के लिए नमाज़ियों की सहूलत के मुताबिक़ टाइम टेबल तैयार किया जाएगा ।