सोनिया को हैट्रिक का भरोसा

कांग्रेस की सदर सोनिया गांधी ने मुख़्तलिफ़ क़ियास आराईयों को मुस्तरद करते हुए क़ब्ल अज़ वक़्त लोकसभा इंतिख़ाबात के इमकान को ख़ारिज अज़ बहस क़रार दिया।

सोनिया गांधी ने क़ौमी मीडिया सेंटर के इफ़्तिताह के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि हमारा मक़सद है कि मीयाद को इख़तताम तक जारी रखा जाये। उन्होंने अख़बारी नुमाइंदों के इस सवाल को नजरअंदाज़ करने की कोशिश की थी कि आया तमानियत ख़ुराक बिल और हुसूल अराज़ी बिल जैसी अहम क़ानून साज़ियों की मंज़ूरी के बाद कांग्रेस क़ब्ल अज़ वक़्त इंतिख़ाबात मुनाक़िद करवाना चाहती है। इस मौज़ू पर एक और सवाल पर उन्होंने सिर्फ़ ये कहा कि में कुछ नहीं कह सकती। ताहम अख़बारी नुमाइंदों के मुसलसल इसरार पर उन्होंने सिर्फ़ ये जवाब दिया कि आख़िर वक़्त तक (मीयाद पूरी करेंगे)।

हालिया अर्से में ये क़ियास आराईयां की जा रही थीं कि नवंबर के दौरान बाज़ रियासतों में मुनाक़िद होने वाले इंतिख़ाबात के साथ लोक सभा इंतिख़ाबात भी मुनाक़िद करवाए जाऐंगे। अगरचे लोकसभा इंतिख़ाबात मीयाद के मुताबिक़ आइन्दा साल अप्रैल- मई में मुनाक़िद होने हैं। सोनिया गांधी ने अपने इस यक़ीन का इज़हार किया कि आइन्दा इंतिख़ाबात में भी यू पी ए को दुबारा इक़तिदार हासिल होगा क्योंकि हुक्मराँ इत्तिहाद ने अवाम को जो इख़्तयारात दिए हैं, वो अहम कारनामा है। यू पी ए के दुबारा बरसर-ए-इक़तिदार आने की वजह दरयाफ़्त की गई तो उन्होंने जवाब दिया कि यक़ीनन 100 फ़ीसद हम दुबारा बरसर-ए-इक़तिदार आयेंगे, क्योंकि अवाम को हमने कई इख़्तयारात दिए हैं और हुक़ूक़ पूरे किए हैं। हक़ मालूमात, हक़ तालीम दे चुके हैं और अब हक़ ख़ुराक हमारी अव्वलीन तर्जीह है। इन ही तर्जीहात पर हम इंतिख़ाबात लड़ेंगे।

एक सवाल पर सोनिया गांधी ने जवाब दिया कि तमानीयत ख़ुराक बिल जो एक तवील अर्से से ज़ेरे तसफ़िया है, मुझे उमीद है कि उस को बहुत जल्द मंज़ूर कर लिया जाएगा। इस सवाल पर कि आया बी जे पी इस बिल की मंज़ूरी के लिए तआवुन करेगी? सोनिया गांधी ने जवाब दिया कि ये में कैसे कह सकती हूँ। मसला तेलंगाना पर उन्होंने जवाब दिया कि ए के अनटोनी की क़ियादत में ए आई सी सी की एक कमेटी फ़ैसला से मुतास्सिर होने वाले ज़ीनों के मसाइल की समाअत कररही है। सोनिया गांधी ने कहा कि हुकूमत भी एक कमेटी तशकील दे रही है जिस के बारे में उन्होंने वज़ाहत नहीं की।