स्कॉलरशिप्स दिलाने के नाम पर रक़ूमात की वसूली के ख़िलाफ़ सख़्त इंतिबाह

मर्कज़ी हुकूमत की जानिब से अक़लीयती तलबा के लिए स्कॉलरशिप्स की स्कीम के एलान के बाद बाअज़ दरमियानी अफ़राद और इदारों के रोल से मुताल्लिक़ इत्तिलाआत पर अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन के ओहदेदारों ने सख़्त नोट लिया है।

मर्कज़ी हुकूमत की प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक और मेरिट कम मेन्स स्कॉलरशिप के लिए ऑन लाइन दरख़ास्त की इदख़ाल के शेड्यूल का एलान किया गया जिस के बाद कारपोरेशन के इल्म में ये बात आई कि बाअज़ गैर सरकारी इदारे स्कॉलरशिप दिलाने के नाम पर अवाम से रक़ूमात हासिल कर रहे हैं।

मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन प्रोफेसर एस ए शकूर और जेनरल मैनेजर विलायत हुसैन ने इस तरह के बाअज़ इदारों के बारे में शिकायात मिलने पर मज़कूरा इदारों से रब्त पैदा करते हुए उन्हें पाबंद किया कि वो इस तरह की सरगर्मियों से बाज़ रहें।

उन्हों ने वाज़ेह किया कि दरअसल बाअज़ इदारे स्कॉलरशिप के लिए ज़रूरी उमूर की तकमील के नाम पर सर्विस चार्जेस वसूल कर रहे हैं और उन्हों ने शहर के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में अपनी ब्रांचेस क़ायम करलीं।

मर्कज़ी हुकूमत ने स्कॉलरशिप के सिलसिले में स्कूल और कॉलेजेस के रोल को भी ख़िदमात कर दिया है और आइन्दा स्कॉलरशिप की रक़म स्कूल और कॉलेजेस के बजाय रास्त तौर पर तलबा के बैंक अकाउंट में जमा की जाएगी।