हैदराबाद 30 जून:तेलंगाना क़ानून साज़ कौंसिल के हालिया चुनाव के मौके पर रौनुमा होने वाले नोट के बदले वोट स्कॅम में तेलुगु देशम पार्टी के एक रुकने असेंबली को फंसाते हुए अचानक शौहरत पाने वाले रियासती असेंबली के नामज़द ऐंगलो इंडियन रुकन एल्विस स्टीफेंसन को ज़बरदस्त धक्का लगा जब हाइकोर्ट जज की तबदीली और स्कॅम के एक मुल्ज़िम जय मतिया के मुक़द्दमा की दूसरी बेंच को मुंतक़ली के लिए उनकी तरफ़ से दायर करदा दरख़ास्त को मुस्तर्द कर दिया और कहा कि मुक़द्दमा की समाअत करने वाले जज ग़ैर जांबदार हैं और उनकी यकसूई-ओ-यकताई पर कोई शुबा नहीं किया जा सकता।
स्टीफेंसनस को एक और धक्का देते हुए अदालत ने स्टीफेंसनस के ख़िलाफ़ तहक़ीर अदालत का मुक़द्दमा दर्ज करने की हिदायत की क्युंकि बाक़ौल जज उन्होंने इस मसले पर अदालत को गुमराह किया है। जिस के बाद कई शकूक-ओ-शुबहात पैदा होगए थे। स्टीफेंसन ने मुक़द्दमा की समाअत करने वाले जज की तबदीली की दरख़ास्त के साथ पेचीदगी में इज़ाफ़ा करदियाथा।