छः अफ़राद शहर में मुख़्तलिफ़ दवा ख़ानों में स्वाईन फ्लू (H1N1) से मुतास्सिर होकर ज़ेरे इलाज हैं और इस आरिज़ा के लिए इन का ईलाज चल रहा है।
गांधी हॉस्पिटल के ज़राए ने ये बात बताई। गांधी हॉस्पिटल के इंटरनल मेडीकल प्रोफेसर डॉ के नरसमहलो ने कहा कि इस बीमारी के ताल्लुक़ से ख़ौफ़ज़दा होने की कोई ज़रूरत नहीं है और स्वाईन फ्लू से मुतास्सिर होने की कोई ख़ास उम्र भी नहीं है।
एक शिरख़ार बच्चा भी इस मर्ज़ का शिकार हुआ है जो ज़ेर-ए-इलाज है। उन्होंने कहा कि शिरख़ार बच्चे के अलावा एक 26 साला ख़ातून शशी कल्ला को गांधी हॉस्पिटल में शदीद बुख़ार के साथ शरीक किया गया था जिन के तिब्बी मुआइना करने पर इन में स्वाईन फ्लू का पता चला है।
उन्होंने कहा कि दुसरे दो अफ़राद का भी दवाख़ाने में इस आरिज़ा के लिए ईलाज किया गया है और यहां अदवियात की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि एक मरीज़ की 34 साला काशी की हैसियत से शनाख़्त हुई है।
महबूबनगर ज़िला से ताल्लुक़ रखने वाला एक और शख़्स भी इस आरिज़ा का शिकार हुआ है। इस के अलावा कोकटपली हाउज़िंग बोर्ड कॉलोनी की रहने वाली एक 63 साला ख़ातून को भी स्वाईन फ्लू लाहक़ हुआ है और वो भी गांधी हॉस्पिटल में ज़ेर-ए-इलाज है।
दवाख़ाना के एक सीनीयर डॉ ने ये बात बताई और कहा कि शहर में मौसम की तबदीली के असरात की वजह से स्वाईन फ्लू के आसार पैदा हुए हैं। अवाम को इस से ख़ौफ़ज़दा होने की ज़रूरत नहीं है।