सफ़ आराई से गुरेज़ की हिन्दुस्तान और चीन की कोशिश

तनाज़आत की यकसूई केलिए एक निज़ाम क़ायम करने की तजवीज़, वज़ीरे दिफ़ा ए के एंटोनी का बयान
हिन्दुस्तान और चीन एक मूसिर निज़ाम क़ायम करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि दोनों ममालिक की अफ़्वाज के दौरान परेशान कुन सफ़ आराई से गुरेज़ किया जा सके। मुतनाज़ा मुक़ामात पर जो ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा पर वाक़्य हैं, ये निज़ाम क़ायम करने की तजवीज़ है ।

वज़ीरे दिफ़ा ए के एंटोनी ने आज कहा कि हिन्दुस्तान और चीन के दरमियान दौलत बैग ओल्दी के इलाक़े में वादी दे सपाइंग में दोनों ममालिक के दरमियान सफ़ आराई जारी रही थी। वज़ीरे दिफ़ा ने कहा कि ये ग़ैरमामूली वाक़िया था। उन्होंने कहा कि जब तक सरहदी तनाज़ा की क़तई यकसूई नहीं होजाती, इस किस्म के नाख़ुशगवार वाक़ियात पेश आते रहेंगे इस लिए दोनों ममालिक ने फैसला किया है कि नागवार वाक़ियात की यकसूई केलिए बाहम तबादला-ए-ख़्याल के मक़सद से दोनों ममालिक का एक इजलास अनक़रीब मुनाक़िद किया जाये ।

उन्होंने कहा कि दोनों ममालिक वक़फ़ा वक़फ़ा से नाख़ुशगवार वाक़ियात के इआदा को रोकने केलिए ज़्यादा मूसिर निज़ाम क़ायम करने पर ग़ौर कर रहे हैं। ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा पर कई मुक़ामात मुतनाज़ा हैं और सरहद की दोनों जानिब वहां पर दहशत‌ गर्दी जारी है जिसकी वजह से सफ़ आराई की सूरत-ए-हाल पैदा होती है।

वो कारगिल की चौधवीं यौम फ़तह तक़रीब से ख़िताब कर रहे थे, वज़ीरे दिफ़ा से प्रेस कान्फ़्रैंस के दौरान सवाल किया गया था कि चीनी फ़ौज के साथ लद्दाख और शुमाल मशरिक़ी इलाक़ों में ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा के पास सफ़ आराई की सूरत-ए-हाल के बारे में रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करें।एंटोनी ने कहा कि कई मुतनाज़ा मुक़ामात हैं जहां दोनों ममालिक बाअज़ औक़ात एक दूसरे के लिए परेशान कुन सूरत-ए-हाल पैदा कर देते हैं।

उन्होंने कहा कि अप्रैल में वादी दे स्पॉन का वाक़िया हिन्दुस्तान और चीन दोनों के दरमियान नागवार मोड़ इस लिए इख़तियार नहीं करसका कियोंकी दोनों ने इस मसले पर आज़ादाना और बेबाकाना तबादला‍-ए- ख़्याल किया था।एक तरफ़ तो दोनों ममालिक देरीना सरहदी तनाज़ा की यकसूई की कोशिश कर रहे हैं , दूसरी तरफ़ हमारा मक़सद है कि सरहद पर अमन और ख़ैर सगाली की सूरत-ए-हाल बरक़रार रखी जाये।