राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वीजा नियमों को और सख्त करने की तैयारी में हैं। उनके निशाने पर एच-1बी वीजा धारक ही हैं। एच-1बी वीजा धारक की पत्नी या पति को अमेरिका में कानूनी तौर पर काम करने का अधिकार प्राप्त है। ट्रंप सरकार इस सुविधा को खत्म करने पर विचार कर रही है। शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने अमेरिकी कांग्रेस को इसकी जानकारी दी है। इससे हजारों भारतीयों के प्रभावित होने की आशंका है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासनकाल में प्रवासी पेशेवरों/कामगारों के लिए विशेष तौर पर यह सुविधा लाई गई थी। इसके तहत एच-1बी वीजा धारकों की पत्नी या पति को एच-4 वीजा मुहैया कराया जाता है, ताकि वे भी अमेरिका में वैध तरीके से काम कर सकें। इस व्यवस्था के खत्म होने से 70,000 से ज्यादा एच-4 वीजा धारकों के प्रभावित होने की आशंका है। मालूम हो कि भारत के हाई-स्किल्ड पेशेवरों के बीच एच-1बी वीजा बेहद लोकप्रिय है। ऐसे लोग अपने परिवार को भी साथ ले जाते हैं, जिनके लिए अमेरिकी सरकार एच-4 वीजा मुहैया कराती है। ओबामा सरकार ने वर्ष 2015 में विशेष आदेश के तहत यह सुविधा लाई थी।
सबसे ज्यादा भारतीय-अमेरिकी के प्रभावित होने की आशंका: एच-4 वीजा प्रावधान का सबसे ज्यादा लाभ भारतीय पेशेवर ही उठाते हैं। आंकड़ों की मानें तो एक लाख से ज्यादा प्रवासी इसका लाभ उठा रहे हैं। अमेरिकी सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज के निदेशक फ्रांसिस सिसन ने इस बाबत सीनेटर चक ग्रैसली को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा, ‘हमारी योजना में एच-4 वीजा पर निर्भर पति या पत्नी को इस श्रेणी से बाहर निकालने के लिए विनियमन प्रावधानों में बदलाव करना भी शामिल है। इसके तहत उन्हें अमेरिका में काम करने की सुविधा प्राप्त होती है। इसके लिए वर्ष 2015 के नियमों में बदलाव करने होंगे।’ फ्रांसिस ने अपने पत्र में दलील दी है कि अमेरिकी कामगारों के हितों की रक्षा के लिए यह कदम उठाने की योजना है। माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टीट्यूट के हालिया अध्ययन में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे। इसके अनुसार, 71,000 से ज्यादा एच-1बी वीजा धारकों के पति या पत्नी को अमेरिका में काम करने का अधिकार दिया गया है। इनमें 90 फीसद से ज्यादा भारतीय पेशेवर हैं। वर्ष 2017 में इस सुविधा का लाभ लेने वालों में 94 फीसद महिलाएं थीं, जिनमें 93 फीसद भारतीय और चार फीसद चीन से थीं। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद ही वीजा नियमों को सख्त करना शुरू कर दिया था।