हज 2013 के इंतेज़ामात को रियास्ती हज कमेटी ने तक़रीबन क़तईयत दे दी है और 23 सितंबर से हज कैंप का नामपली हज हाउज़ में आग़ाज़ होगा।
आज़मीन-ए-हज्ज का पहला क़ाफ़िला 25 सितंबर को जेद्दाह के लिए रवाना होगा जबकि आख़िरी फ़्लाईट 9 अक्टूबर को होगी।आंध्र प्रदेश हज कमेटी से हज बैतुल्लाह की सआदत के लिए जाने वाले आज़मीन की तादाद बढ़ कर 7658 होचुकी है और सेंट्रल हज कमेटी ने तक़रीबन 400 आज़मीन की वेटिंग लिस्ट से मंज़ूरी का इशारा दिया है।
हज कमेटी ने एसे आज़मीन-ए-हज्ज जिन का वेटिंग लिस्ट नंबर 700 तक है उनसे ख़ाहिश की हैके वो फ़ौरी तौर पर अपने पासपोर्टस हज कमेटी में जमा करादें और रक़म का इंतेज़ाम करलीं।
स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एसए शकूर ने आज प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए ये इन्किशाफ़ किया। उन्होंने कहा कि सेंट्रल हज कमेटी ने वेटिंग लिस्ट नंबर 700 तक के आज़मीन-ए-हज्ज की मंज़ूरी का इशारा दिया है। इस तरह तक़रीबन 400 आज़मीन को हज बैतुल्लाह की सआदत हासिल होसकती है।
उन्होंने वेटिंग लिस्ट नंबर 700 तक के आज़मीन-ए-हज्ज से ख़ाहिश की के वो अपने पासपोर्ट के साथ हज कमेटी से रुजू हूँ ताकि उनकी रवानगी के इंतेज़ामात को यक़ीनी बनाया जा सके।
एग्जीक्यूटिव ऑफीसर एम ए हमीद के साथ प्रोफेसर एसए शकूर ने बताया कि आज़मीन-ए-हज्ज की पहली फ़्लाईट 25 सितंबर को 8:40 बजे शब रवाना होगी।
अज़ला के आज़मीन-ए-हज्ज को 8 घंटे पहले जबकि हैदराबाद और रंगारेड्डी के आज़मीन को 10 घंटे पहले हज कैंप में रिपोर्टिंग करना होगा।
चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी की तरफ से पहले क़ाफ़िले की रवानगी के मौके पर मौजूदगी को यक़ीनी बनाने कोशिश जारी है। उन्हों ने बताया कि सऊदी एर लाइंस की 25 परवाज़ों के ज़रीये आंध्र प्रदेश के आज़मीन-ए-हज्ज को रवाना किया जा रहा है।
आज़मीन-ए-हज्ज की वापसी का मदीना मुनव्वरा से 31अक्टूबर को आग़ाज़ होगा और 15 नवंबर को आख़िरी क़ाफ़िला हैदराबाद वापिस होगा।
उन्होंने बताया कि इस मर्तबा आज़मीन-ए-हज्ज की बेहतर रहनुमाई के लिए हज हाउज़ में ख़ुसूसी क़ायम किए जा रहे हैं ताकि आज़मीन-ए-हज्ज, हज कैंप पहुंचते ही तमाम ज़रूरी उमूर् की तकमील करलीं।
उन्होंने बताया कि हज कैंप में कस़्टम़्स, स्क्रीनिंग, इमीग्रेशन, पासपोर्ट की इजराई, बोर्डिंग पास और 2100 सऊदी रयाल अदा करने के इंतेज़ामात किए गए हैं।
आज़मीन-ए-हज्ज को 2 सूटकेस लेजाने की इजाज़त होगी और फ़ी सूटकेस का वज़न 22 किलो तक होसकता है इस के अलावा वो अपने साथ एक हैंड बयाग भी रख सकते हैं।आज़मीन-ए-हज्ज का सामान हज हाउज़ से रास्त तौर पर तैयारे में भेज दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आर टी सी की ख़ुसूसी बसों के ज़रीये आज़मीन-ए-हज्ज को एरपोर्ट मुंतक़िल किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आज़मीन-ए-हज्ज को हज हाउज़ में ही एक मुफ़्त सिम कार्ड फ़राहम किया जा रहा है जिस में हज कमेटी के ओहदेदारों के फ़ोन नंबर्स भी मौजूद रहेंगे ताकि वो किसी भी दुशवारी की सूरत में रब्त पैदा करसकते हैं।
आज़मीन की रहनुमाई के लिए ओहदेदारों और वालेंटरस की एक टीम मौजूद रहेगी। प्रोफेसर एसए शकूर ने कहा कि 584आज़मीन ने अपने सफ़र को मंसूख़ कर दिया है जबकि 580 तक की वेटिंग लिस्ट को मंज़ूरी हासिल होचुकी है।
पहले क़ाफ़िले में तक़रीबन 300आज़मीन जद्दा के लिए परवाज़ करेंगे। हैदराबाद और रंगारेड्डी के आज़मीन की तादाद तक़रीबन 2600है इस के आलावा साबिक़ रियासत हैदराबाद के चार अज़ला के आज़मीन भी हैदराबाद से ही परवाज़ करेंगे। मक्का मुकर्रमा में हैदराबादी रबात में क़ियाम से मुताल्लिक़ जारी तनाज़ा के बारे में पूछे जाने पर स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी ने बताया कि इस मसले की अभी यकसूई नहीं हुई है और तात्तुल बरक़रार है।