हज़रत अली करमल्लाहो वजह से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने इरशाद फ़रमाया अपने घर वालों को नसीहत करते रहा करो कि क़ुरआन मजीद की तिलावत करते रहें , मुझ से मोहब्बत करें और मेरे घर वालों से मोहब्बत करें । (मिशकात शरीफ़)
हज़रत अली करमल्लाहो वजह से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने इरशाद फ़रमाया अपने घर वालों को नसीहत करते रहा करो कि क़ुरआन मजीद की तिलावत करते रहें , मुझ से मोहब्बत करें और मेरे घर वालों से मोहब्बत करें । (मिशकात शरीफ़)