हदीस शरीफ

हज़रत उक़बा बिन आमिर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया क़ियामत के दिन जब तक लोग हिसाब में मुबतला रहेंगे उस वक़्त तक सदक़े देने वाले अपने सदक़ा के साया में रहेंगे । (अहमद बिन ख़ुज़ैमा)