हजरत सोहैब रूमी रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया, मोमिन की शान अजीब है उसके तमाम कम नेकी हैं और ये शान सिर्फ मोमिन के लिए ख़ास है उसे ख़ुशी हासिल होती है तो वो अल्लाह का शुक्र अदा करता है और ये शुक्र उसके लिए नेकी है और जब मोसिबत पड़ती है तो वो सब्र करता है और ये सब्र भी उसके लिए नेकी है (मुस्लिम)