हजरत अबू सईद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने एक सहाबी से फ़रमाया मैं तुम्हें एक सूरत सिखाता हूँ जो सवाब में तमाम सुरों से बड़ी है फिरआपने सूरा फातिहा की तालीम की बुखारी (शरीफ)
हजरत अबू सईद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने एक सहाबी से फ़रमाया मैं तुम्हें एक सूरत सिखाता हूँ जो सवाब में तमाम सुरों से बड़ी है फिरआपने सूरा फातिहा की तालीम की बुखारी (शरीफ)