हजरत उमर बिन खत्ताब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया जो शख्स नया कपडा पहने उसे चाहिए के अगर सकत रखता हो तो पुराने कपडे खैरात करदे (तिरमिज़ी)
हजरत उमर बिन खत्ताब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०)ने फ़रमाया जो शख्स नया कपडा पहने उसे चाहिए के अगर सकत रखता हो तो पुराने कपडे खैरात करदे (तिरमिज़ी)