हदीस शरीफ

हजरत नोमान बिन बशीर रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया दुआ एक इबादत है (मसनद अहमद)