हमलों के लिए अल कायदा तैयार कर रहा हिंदुस्तानी दहशतगर्दों की फौज

इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) और अल कायदा के बीच हुई बातचीत का डिकोड और मुश्तबा अफराद से पूछताछ से महकमा खुफिया के कान खडे हो गए हैं। दोनों त‍ंज़ीम मिलकर मुल्क में बडे दहशतगर्दाना हमलों के मंसूबे बना रहे हैं।

खुफिया ज़राये के मुताबिक, पूछताछ में जिन साजिशों का पता चला है उसमें गैर मुल्क के लोगो का अगवा और हिंदुस्तान में इराक और सीरिया जैसे हालात पैदा करना, जहां वहशियाना तशद्दुद का दौर जारी है और कई हिस्सों पर कब्जा जमाकर अपना इक्तेदार कायम किया जा रहा है। दहशतगर्द तंज़ीमों के बीच मखस,मशकूक और अराज़ी तौर पर हो सकती है जिसके सबब उनके खिलाफ ठोस सबूत इकट्ठा करना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, हिंदुस्तानी सेक्युरिटी एजेंसियो का कहना है कि उन्हें जो सबूत मिले हैं, उससे पता चलता है की आईएम और अल कायदा के बीच ताल्लुक गहरे हो रहे हैं।

काबिल ए ज़िक्र है कि अल कायदा ने कहा था कि जुनूबी एशिया में वह अपनी ब्रांच खोलेगा ताकि बरसगीर (Subcontinent) में दहशतगर्दाना हमले किए जा सके। इसके बाद यह बात सामने आई है कि आईएम के मेम्बर हिंदुस्तान में बडे हमले करने के लिए अल कायदा और दिगर तंज़ीमों के साथ मिलकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान में ट्रेनिंग ले रहे हैं।

इससे दुनिया के सबसे बडे जम्हूरियत में उस तरह की तशद्दुद का खतरा बढ जाएगा जैसा कि उसके पडोसी मुल्कों, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में होती रहती है। सेक्युरिटी आफीसरों ने हाल ही में पाकिस्तान की तरफ वाले वाघा बॉर्डर पर हुए दहशतगर्दाना हमले और मंगल के रोज़ कोलकाता के बंदरगाह पर दहशगर्दाना हमले के अलर्ट के चलते बहरी फौज (नौसेना) को अपने दो जहाज वहां से हटाने पडे।