साबिक़ वजीरे आला हेमंत सोरेन ने भाजपा की कियादत वाली नयी हुकूमत को अपनी मुबारकबाद देते हुए कहा कि उम्मीद है कि नयी हुकूमत उनके तरफ से शुरू की गयी तरक़्क़ी की मंसूबों को आगे बढ़ायेगी। ख़वातीन को रिज़र्वेशन की तजवीज को भी हुकूमत आगे बढ़ाये, ताकि ख्व्तीन को बराबरी का हक मिल सके। मिस्टर सोरेन अपने रिहाईशगाह में सहाफ़ियों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई अच्छी मंसूबों को शुरू किया है, हुकूमत दुश्मनी से काम न कर उन मंसूबों को आगे बढ़ाये।
भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी थी : इंतिख़ाब में भाजपा की तरफ से ज़्यादा सीट लाये जाने के बाबत मिस्टर सोरेन ने कहा कि भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी थी। पूरा मरकज़ी कियादत यहां भिड़ा हुआ था।
साधु-संत, हॉलीवुड-बॉलीवुड सबको उतार दिया गया था। दूसरी तरफ झामुमो जैसी कम वसायल वाली पार्टी थी। फिर भी झामुमो ने भाजपा को कड़ी चैलेंज दी। उन्होंने कहा कि भाजपा यहां कोई मुद्दे को लेकर इंतिख़ाब नहीं लड़ रही थी, बल्कि एक फर्जी तरीके से हवा बनाने का काम किया। उन्होंने कहा दुमका में ही उन्होंने जितना तरक़्क़ी का काम किया, शायद ही किसी ने किया होगा। फिर भी अवाम ने भाजपा को चुना।
इत्तिहाद के इंतजार में वक़्त गंवाया
मिस्टर सोरेन ने कहा कि इत्तिहाद के इंतजार में उन्होंने वक़्त गंवा दिया, नहीं तो झामुमो 30 से ज़्यादा सीटों पर जीत दर्ज करती। अगर इत्तिहाद हो जाता तो रियासत में यूपीए की ही हुकूमत बनती। यूपीए के बिखराव से ही भाजपा को आगे बढ़ने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि एक ओपोजीशन के तौर में वह रियासत के तरक़्क़ी के मुद्दों को आगे बढ़ाते रहेंगे।
रघुवर दास को सीएम बनाये जाने के मुद्दे पर सोरेन ने कहा कि जिन लोगों ने रियासत के लिए कुरबानी दी, वह यहां के आदिवासी और असल बाशिंदे थे। हुकूमत सिर्फ कानून से नहीं चलती बल्कि रिवायत और लोक लाज से भी चलती है। रियासत में इस बार रियासत तशकील के पीछे की असल भावना का जेहन नहीं रखा गया।