हम 54 साल से जुदा नहीं हुए: अब्बास मस्तान

मुंबई,30 जनवरी: रेस की कामयाबी पर मसरूर डायरैक्टर जोड़ी अब्बास मस्तान ने कहा कि उन्हें कामयाबी की तवक़्क़ो ज़रूर थी लेकिन ये इस से भी बढ़ कर है। उन्होंने कहा कि हम दोनों भाई एक दूसरे से गुज़िशता 54 साल में कभी जुदा नहीं हुए। फिल्मों का शौक़ उन्हें बचपन से ही था। मुहम्मद अली रोड पर वाक़ेय एक मकान में इन का बचपन और नौजवानी के दिन गुज़रे।

मुंबई के ही लीमनगटन रोड पर नाज़ बिल्डिंग ( जहां किसी ज़माने में नाज़ सिनेमा भी हुआ करता था) डसटरी ब्यूटरस के दफ़ातिर थे। फिल्मों की ऐडीटिंग में उन की ख़ास दिलचस्पी थी। अब्बास और मस्तान हमेशा बात करते हुए हम का इस्तिमाल करते हैं क्योंकि वो कभीभी किसी भी सहाफ़ी या मीडीया रुकन को अकेले इंटरव्यू नहीं देते।

इन का कहना है कि वो रंग बिरंगे लिबास पसंद नहीं करते बल्कि हमेशा सफ़ैद कपड़ों में मलबूस रहते हैं जो अमन की अलामत है। बाज़ीगर की कामयाबी के बाद उन्होंने लोखंडवाला में अपार्टमेंट ख़रीदा लेकिन मुहम्मद अली रोड पर वाक़ेय अपना मकान फ़रोख़त नहीं किया। इन का कहना है कि उन पर ये इल्ज़ाम आइद किया जाता है कि वो सस्पन्नस फिल्मों की कहानियां अंग्रेज़ी नाविलों से चुराते हैं जो बेबुनियाद और लगू इल्ज़ाम है।

उन्होंने कहा कि फिल्मों की कहानियां ख़ुद उन की दिमाग़ी इख़तिरा होती हैं। सस्पन्नस फिल्मों को वो शुरू से ही पसंद करते आए हैं। आँजहानी बी आर चोपड़ा की फ़िल्म हमराज़ उन्हें इतनी पसंद आई थी कि उन्होंने ख़ुद भी अपनी एक फ़िल्म का नाम हमराज़ रखा था जिस में बाबीदयोल अमीषा पटेल और अक्षय खन्ना ने अदाकारी की थी।