हाई कोर्ट की रोक के बाद भी नेताजी नगर में पेड़ काटने के मामले को दिल्ली सरकार ने गंभीरता से लिया है। पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने पेड़ काटने के लिए जिम्मेदार एजेंसी और लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। प्रिंसिपल चीफ कन्जर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट (पीसीसीएफ) को दिए आदेश में कहा गया है कि यह बेहद गंभीर है कि रोक के बाद भी नेताजी नगर में पेड़ काटे जा रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत ऐक्शन होना चाहिए। एफआईआर दर्ज करने के बाद ऐक्शन की रिपोर्ट भी तलब की गई है।क्यों नहीं कोई इलेक्ट्रॉनिक मीडिया इस पर डिबेट करवाता हमेशा फालतू के मुद्दों पर देश को गुमराह करने वाली भांड मीडिया ऐसी संवेदनशील मुद्दों पर अपनी सक्रियता दिखलाती।
दिल्ली सरकार ने पर्यावरणविद विमलेंदु झा की शिकायत के बाद यह आदेश दिया है। सरकार को मंगलवार को भेजी गई शिकायत में विमलेंदु ने कहा कि नेताजी नगर में एनबीसीसी प्रॉजेक्ट साइट पर पेड़ काटे गए और इसको रोकने की तमाम कोशिशें नाकाम हुई। उसके बाद पीसीआर को कॉल की गई और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई। दिल्ली सरकार को भेजी गई शिकायत में यह भी कहा गया कि सरोजिनी नगर के एसएचओ से एनबीसीसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई। उन्होंने सरकार से एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की, जिसके बाद पर्यावरण मंत्री ने इस बारे में आदेश जारी किए।
दिल्ली सरकार ने पर्यावरणविद विमलेंदु झा की शिकायत के बाद यह आदेश दिया है। सरकार को मंगलवार को भेजी गई शिकायत में विमलेंदु ने कहा कि नेताजी नगर में एनबीसीसी प्रॉजेक्ट साइट पर पेड़ काटे गए और इसको रोकने की तमाम कोशिशें नाकाम हुई। उसके बाद पीसीआर को कॉल की गई और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई। दिल्ली सरकार को भेजी गई शिकायत में यह भी कहा गया कि सरोजिनी नगर के एसएचओ से एनबीसीसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई। उन्होंने सरकार से एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की, जिसके बाद पर्यावरण मंत्री ने इस बारे में आदेश जारी किए।
रीडिवेलपमेंट के नाम पर पेड़ों को काटना ठीक नहीं’
सरकार ने मंगलवार को फिर दोहराया है कि रीडिवेलपमेंट प्रॉजेक्ट के नाम पर इतनी बड़ी संख्या में पेड़ काटना ठीक नहीं है और सरकार ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज करवाई थी। सरकार ने कहा है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जाने की जरूरत है। पेड़ काटे जाने से समस्या बढ़ेगी। द्वारका, ईस्ट दिल्ली, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली, साउथ वेस्ट दिल्ली में ग्रीन कवर कम है। रीडिवेलपमेंट के नाम पर हजारों की संख्या में पेड़ काटने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है और विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं।
सरकार ने मंगलवार को फिर दोहराया है कि रीडिवेलपमेंट प्रॉजेक्ट के नाम पर इतनी बड़ी संख्या में पेड़ काटना ठीक नहीं है और सरकार ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज करवाई थी। सरकार ने कहा है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जाने की जरूरत है। पेड़ काटे जाने से समस्या बढ़ेगी। द्वारका, ईस्ट दिल्ली, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली, साउथ वेस्ट दिल्ली में ग्रीन कवर कम है। रीडिवेलपमेंट के नाम पर हजारों की संख्या में पेड़ काटने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है और विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं।