देहरादून, 31 जनवरी: देहरादून की पाश कालोनी में रिटायर्ड मेजर की कोठी किराये पर लेकर चलाए जा रहे हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। कई महीने से दो वेबसाइटों के जरिए चलाए जा रहे इस रैकेट में दिल्ली, पंजाब, यूपी, वेस्ट बंगाल और उत्तराखंड की कालगर्ल शामिल थीं।
रैकेट से जुड़े कई सफेदपोशों के चेहरे भी बेनकाब हुए हैं इनमें सीए, इंजीनियर, होटल मालिक, कंप्यूटर सेंटर के डायरेक्टर, वकील, ताजिर वगैरह शामिल थे। कालगर्ल की फोटो समेत पूरी प्रोफाइल तैयार की गई थी। ग्राहकों की मौज-मस्ती का रैकेट में पूरा इंतेजाम था। महंगी कारों के बेड़े से कार्लगर्लों को घुमाने की भी सहूलत मुहैया कराई गई थी। छापामार कार्रवाई में दून पुलिस ने आठ लड़कियों और 12 ग्राहकों को भी पकड़ा है।
एसएसपी केवल खुराना ने बताया कि सेक्स रैकेट का काम देहरादून वाकेय् डिफेंस कॉलोनी से किया जा रहा था। रैकेट ने दिल्ली में रहने वाले एक रिटायर्ड मेजर की कोठी किराए पर ले रखी थी। इनके पास से 20 मोबाइल, आईपैड, ड्ग्स और Orgasm बढ़ाने वाली मवाद के अलावा आई टेन, आई-20, अल्टो और महेंद्रा कार भी बरामद की गई है। यह कारें उन लोगों को मुहैया करायी जाती थी, जो कालगर्ल को अपने साथ कहीं बाहर ले जाना चाहते थे।
रैकेट ने कालगर्ल बुक करने के लिए दो वेबसाइट ऑन लाइन कर रखी थी। जिसके जरिये यह धंधा पिछले कई महीने से चल रहा था। पकड़ी गई कालगर्ल दिल्ली, यूपी के सहारनपुर, पंजाब के अमृतसर, वेस्ट बंगाल और उत्तराखंड से जुड़ी हैं। एसएसपी ने बताया कि देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने के साथ पकड़े गए लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई की जाएगी।
ये चेहरे हुए बेनकाब
कमल अग्रवाल, माधो विहार सहारनपुर सरगना, ब्रोकर
इन सफेदपोश ग्राहकों के नाम सामने आए
सतनाम निवासी आनंद चौक दून, सीए
भूपेन्द्र गिरि निवासी बमेठा गाजियाबाद, काम चश्मों की दुकान
धर्मेन्द्र गिरि निवासी नेहरू कॉलोनी गाजियाबाद, काम कंप्यूटर इंस्ट्ीयूट
संजय यादव निवासी बमेठा गाजियाबाद, पेशे से अधिवक्ता
योगेश शर्मा निवासी शास्त्रीनगर गाजियाबाद, इंजीनियर
विनय निवासी बमेठा गाजियाबाद, होटल मालिक
रजनीश निवासी पटेल मार्ग गाजियाबाद कार चालक
केतन निवासी माधो विहार सहारनपुर, कार चालक
दीपक निवासी इंदिरा कॉलोनी दून, कार चालक
नीरज शर्मा निवासी ब्रज विहार सहारनपुर, शराब की दुकान पर नौकर
जतिन निवासी माधो विहार सहारनपुर, मिठाई की दुकान पर नौकर
बशुक्रिया: अमर उजाला