हाफिज़ के वालदैन को रोज़ क़ियामत नूर के ताज का मुज़्दा

मदर्सा मदीना उलूम में हाफ़िज़ मुहम्मद हुसैन वल्द मुहम्मद जाफ़र हुसैन नबीरा मुहम्मद अकबर हुसैन मरहूम की हिफ़्ज़ क़ुरआन मजीद की तकमील पर एक तहनीती तक़रीब का इनइक़ाद अमल में आया। इस तक़रीब का आग़ाज़ हाफ़िज़ मुहम्मद हामिद की क़रा॔त कलाम पाक और हाफ़िज़ मुहम्मद फ़सीह उद्दीन की नाअत शरीफ़ से आग़ाज़ हुआ।

तक़रीब की कार्रवाई मुफ़्ती साबिर ने चलाई। इस मौक़ा पर हिफ़्ज़ क़ुरआन मुकम्मल करने वाले कमसिन हाफ़िज़ मुहम्मद हुसैन के चाचा जनाब मुहम्मद असग़र हुसैन कमाल के इलावा दीगर अज़ीज़-ओ-अका़रिब ने गुलपोशी की। नाज़िम मदरसा जनाब मुहम्मद जावेद अली हसामी ने इस तक़र्रुब से ख़िताब करते हुए कहा कि रोज़ क़ियामत को हाफ़िज़-ए-क़ुरआन के वालदैन को नूर का ताज पहनाया जाएगा।

और हम सब को चाहीए कि इस सआदत को हासिल करने के लिए हर घर में एक लड़के को हाफ़िज़ बनाए। जनाब जावेद अली ने कहा कि इल्म-ए-दीन से वाक़फ़ीयत और इस पर अमल आवरी से दुनिया-ओ-आख़िरत वाली ज़िंदगी संवरती है। इस मौक़ा पर अराकीन कमेटी मदर्सा मसरज़ शेख़ समी उद्दीन एडवोकेट शेख़ फ़ज़ल अहमद एडवोकेट डाक्टर मुहम्मद यूसुफ़ के इलावा दीगर मोअज़्ज़िज़ीन बशर मौजूद थे।

मसरज़ मुहम्मद फ़ारूख हुसैन , शरीफ़ भाई, जलील आरिफ़ समदानी, मुहम्मद ग़ौस मुही उद्दीन के इलावा ग़ैर मुस्लिम दोस्त मिस्टर शिव राज दीन दयाल ने कमसिन हाफ़िज़ मुहम्मद हुसैन के वालिद मुहतरम ग़ौस को मुबारकबाद पेश की।