हिंदुस्तान‌-इंगलैंड टेस्ट सीरीज़ आज से

नौजवान खिलाड़ियों पर मुश्तमिल हिंदुस्तानी टीम और मेज़बान इंगलैंड के बीच‌ पाँच टेस्ट मुक़ाबलों की सीरीज़ का आज‌ यहां नाटिंघम में पहला मुक़ाबला शुरू होरहा है और एक अर्सा के बाद दोनों टीमों के बीच‌ पाँच मुक़ाबलों की सीरीज़ खेली जा रही है।

नौजवान खिलाड़ियों पर मुश्तमिल हिंदुस्तानी टीम के लिए ये एक बेहतरीन मौक़ा है कि वो 42 दिनों पर मुश्तमिल टेस्ट सीरीज़ में कामयाबी हासिल करे जैसा कि ये मुक़ाबले नाटिंघम के बाद लंदन, साउथमपटन , मानचैस्टर और लंदन (ओवल) में खेले जाऐंगे।

महिन्द्र सिंह धोनी की ज़ेर-ए-क़ियादत हिंदुस्तानी टीम 2011 से बैरून-ए-मुल्क कोई टेस्ट सीरीज़ अपने नाम करने में कामयाब नहीं हुई है और इस दौरान उसे इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मुसलसल 8 मुक़ाबलों में और दो सीरीज़ों में नाकामी बर्दाश्त करनी पड़ी।2013-14 में क़ौमी टीम के लिए बैरून-ए-मुल्क सीरीज़ का एक नया दौर शुरू हुआ था।

जहां इस ने जुनूबी अफ़्रीक़ा और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ फी कस दो मुक़ाबलों की सीरीज़ खेली थी जिस में दो मुक़ाबले ड्रा हुए और दो मुक़ाबलों में हिंदुस्तान को हार‌ बर्दाश्त करनी पड़ी।

दूसरी जानिब इंगलैंड के लिए भी हालात नशेब-ओ-फ़राज़ पर मुश्तमिल हैं जैसा कि इस ने 2012-13 में उसे अपनी घरेलू सीरीज़ में 1-2 की मात बर्दाश्त करनी पड़ी जबकि इसी सीज़न में इसने हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ पहले अपनी घरेलू सीरीज़ में 0-4 की कामयाबी हासिल की जिस के बाद हिंदुस्तान का दौरा करते हुए मेज़बान टीम को तीन टेस्ट मुक़ाबलों की सीरीज़ में 2-1 से मात दी और इंगलैंड के लिए ये रिकार्ड कामयाबी रही क्योंकि इससे क़बल इंग्लिश टीम ने हिंदुस्तान को उसी की सरज़मीन पर 1984-85 में मात दी थी।

इस शानदार कामयाबी के बाद इंगलैंड के लिए हालात मुश्किल तरीन होते गए जैसा कि उसे अपने अहम खिलाड़ियों एलिस्टर कुक , स्टीवरट ब्रॉड , जेम्स एंडरसन , कियून पीटरसन , ग्राइम स्वान और जोनाथन ट्राट के खराब‌ मुज़ाहिरे और चंद खिलाड़ियों के टीम से बाहर चले जाने का भी टीम को शदीद तरीन नुक़्सान उठाना पड़ा है।

इंगलैंड की कामयाबी में फ़ास्ट बौलर जेम्स एंडरसन और स्पिनर ग्राइम स्वान की जोड़ी ने ग़ैरमामूली मुज़ाहरा किया था जिन्हें स्टीवरट ब्रॉड , टिम ब्रेसनेन और मोंटी पनेसर की जानिब से शानदार तआवुन मिल रहा था। हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ रिकार्ड कामयाबी में स्वान और पनसीर ने कलीदी रोल अदा किया था।

लेकिन अब खेली जाने वाली सीरीज़ में स्वान सुबकदोशी की वजह से टीम में मौजूद नहीं है जबकि मोंटी पनसीर को सलेक्टरों ने मौक़ा नहीं दिया है। इंगलैंड के लिए कप्तान कुक का खराब‌ फ़ार्म भी तशवीश का बाइस है क्योंकि गुजिश्ता 8 मुक़ाबलों की 14 इन्निंगज़ में उन्होंने हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ 910 रन‌ स्कोर करते हुए अपनी टीम की कामयाबी में अहम रोल अदा किया था।

हिंदुस्तानी टीम में कप्तान धोनी, गौतम गंभीर और इशांत शर्मा वो खिलाड़ी हैं जिन्हें माज़ी में इंगलैंड में खेलने का तजुर्बा हासिल है जबकि नौजवान चतेश्व‌र पुजारा , वीराट कोहली , शेखर धवन और रोहित शर्मा के लिए ये पहला मौक़ा है कि वो इंगलैंड में टेस्ट सीरीज़ खेलेंगे।