हिंदुस्तान साल 2014 – 15 के दौरान 340 बिलीयन डॉलर्स के एक्सपोर्टस निशाने को पूरा करने में नाकाम रहा है क्युंकि कई मुल्कों में मआशी सुस्त रवी रही है। वज़ीरे तिजारत-ओ-सनअत निर्मला सीतारामन ने ये बात बताई। उन्होंने कहा कि वज़ीर फाइनैंस अरूण जेटली ने इस बात से भी इत्तेफ़ाक़ किया हैके 14 सफ़हात पर मुश्तमिल इनकम टैक्स रिटर्न फ़ार्म पर नज़रसानी की जाएगी। निर्मला सीता रामन ने मीडीया से बात करते हुए कहा कि पिछ्ले साल मआशी सुस्त रवी की वजह से हम एक्सपोर्टस के निशाने को पूरा नहीं करसके।
ये मार्किटें हनूज़ 2007 – 08 के मआशी बोहरान से पूरी तरह बाहर आने में कामयाब नहीं हुई हैं। उन्होंने कहा कि हम मुस्तक़बिल की ज़रूरीयात की तकमील करने का अहलीयत रखते हीं ओर इस सिलसिले में कई इक़दामात भी किए जा रहे हैं।
एक या दो नई मार्किटों की दरयाफ़त से हमारी एक्सपोर्टस तलब में भी मज़ीद इज़ाफ़ा होगा। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए एतेराफ़ किया कि नई तिजारती पालिसी की तैयारी में एक साल की ताख़ीर होगई है।
इनकम टैक्स रिटर्न फ़ार्म के ताल्लुक़ से उन्होंने कहा कि वज़ीर फाइनैंस अरूण जेटली ने इस बात से इत्तेफ़ाक़ करलिया है कि इस पर अज़ सर-ए-नौ ग़ौर किया जाएगा ताके उसे टैक्स दहिंदगान के लिए सहल बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत आंध्र प्रदेश को ख़ुसूसी मौक़िफ़ देने से पहले उस की तरक़्क़ी के लिए एक मंसूबा तैयार कर रही है।
उन्होंने कहा कि ख़ुसूसी ज़मुरा देने से पहले इंफ्रास्ट्रक्चर की तैयारी सनअतों को राग़िब करने के लिए ज़्यादा एहमीयत की हामिल है। उन्होंने कहा कि वज़ारत तिजारत की तरफ से भी इंफ्रास्ट्रक्चर तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाने इक़दामात किए जाऐंगे। एशीयन डेवलपमेंट बैंक ने विशाखापटनम। चेन्नाई सनअती राहदारी के ताल्लुक़ से अपनी रिपोर्ट भी पेश करदी है। इस को यक़ीनी बनाने के लिए बहुत जल्द काम शुरू कर दिया जाएगा।