* दोनों मुल्कों के दरमयान तरक़्क़ी के मवाक़े प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बयान
नए पईता। हिंदूस्तान और मियांमार को फ़ित्री पार्टनर्स बताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दोनों मुल्कों के दरमयान मआशी संबधो में मज्बुती पैदा करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया ताकि दोनों को फ़ायदा पहुंच सके । इस के साथ साथ उन्हों ने तमाम मस्लों से भरपूर फाइदा उठाने की ज़रूरत ज़ाहिर की ।
सदर मियांमार थीन सेन की तरफ से तर्तीब दिए गए इस्तिक़बालीया के मौके पर बयान करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि दोनों मुल्कों के दरमयान हुई बातचीत और जिन मुआहिदों पर दस्तख़त हुए इस से तेज़ रफ़्तार तरक़्क़ी के लिए रोड मेप तैयार होसका । उन्हों ने कहा कि सदर मियांमार ने पिछ्ले साल जो हिंदूस्तान का कामयाब दौरा किया उस की वजह से मज़बूत बुनियादें क़ायम होसकी ।
सींह ने कहा कि हिंदूस्तान और मियांमार फ़ित्री पार्टनर्स हैं जिन के जुग़राफ़ियाई हालात और तारीख़ एक दूसरे से जुडे है । उन्हों ने कहा कि दोनों मुल्कों के दरमयान कई एसे शोबें हैं जहां आपसी मदद बढाने के ज़रीये एक दूसरे को फ़ायदा पहुंचाया जा सकता है ।
मनमोहन सिंह कल अप्पोज़ीशन लीडर आंग सांग सोकई से मुलाक़ात करने वाले हैं । उन्हों ने मुल्क में सयासी इस्लाहात का अमल शुरू करने पर सदर मियांमार की तारीफ की । हिंदूस्तान ने आज एलान किया कि वो मियांमार को 50 करोड़ अमेरीकी डालर की क़र्ज़ की सहूलत देगा चूँकि दोनों मुलक कई शोबों के बारे में 12 मुआहिदों पर दस्तख़त करचुके हैं, जिन में हवाइ ख़िदमात भी शामिल हैं, जिन कि शुरुआत आपसी मदद के एक नए सफ़र कि शुरुआत भी होगी।
मियांमार के किसी भी प्रधानमंत्री हिंदूस्तान के पिछ्ले 25 साल में पहले दौरे के मौके पर मनमोहन सिंह ने सदर मियांमार थीन सीन के साथ अहम मस्लों पर विचार के दौरान एक लायेहा-ए-अमल आपसी मदद के लिए पेश किया और कहा कि हिंदूस्तान मियांमार की मआशी तरक़्क़ी का पाबंद है।
एक याददाश्त मुफ़ाहमत हिंदूस्तान की 50 करोड़ अमेरीकी डालर क़र्ज़ की सहूलत के सिलसिलें में दोनों मुल्कों के बरामद । दरआमद इंडिया और मियांमार की फ़ौरन ट्रेड बैंक के दरमयान याददाश्त मुफ़ाहमत पर दस्तख़त किए गए। क़र्ज़ की सहूलत से पिछ्ले अक्टूबर ही इत्तिफ़ाक़ किया गया था जबकि सदर मियांमार ने हिंदूस्तान का दौरा किया था। दोनों देशों ने हवाइ ख़िदमात मुआहिदा पर और आपसी कारोबार क़ायम करने के लिए एक याददाश्त मुफ़ाहमत पर भी दस्तख़त किए थे। इस के इलावा सरहद पर हिंदूस्तान और मियांमार की सरहदों के पार सरहदी तिजारती केन्द्र क़ायम करने से भी इत्तिफ़ाक़ किया गया था।
मनमोहन सिंह ने सदर मियांमार थीन सीन से कहा कि रवाबित हिंद । मियांमार ताल्लुक़ात का एक बड़ा शोबा है जबकि मियांमार मैं सलाहीयत की तामीर हिंदूस्तान के तरक़्क़ीयाती इमदाद की एक बड़ी तर्जीह है। हिंदूस्तान ने अह्द किया कि मियांमार के अफ़राद की हिंदूस्तान में तर्बीयत पाने वाली तादाद दोगुनी करदी जाएगी। सदर थीन सीन से मनमोहन सिंह ने कहा कि हिंदूस्तान बाहमी तआवुन के एक नए सफ़र का आग़ाज़ कर रहा है।
उन्हों ने मज़ीद कहा कि हम हमारी मआशी और तरक़्क़ीयाती शराकतदारी को मुस्तहकम करने के ख़ाहां हैं।