बालासोर, २४ नवंबर (पीटीआई) हिंदूस्तान ने देसी साख़ता बलास्टिक् मीज़ाईल का आज ओडीशा के साहिल से कामयाब तजुर्बा किया और कहा कि ये बलास्टिक दिफ़ाई मीज़ाईल निज़ाम क़ौमी दार-उल-हकूमत के इलाक़ा में नसब करने के लिए तैयार हो चुका है, जिसके ज़रीया इस इलाक़ा को दुश्मन के मीज़ाईलों से महफ़ूज़ रखा जा सकता है।
तजुर्बाती अमल के एक हिस्सा के तौर पर एक सुपर सोनिक मीज़ाईल दाग़ा गया जिसने दुश्मन के बलास्टिक मीज़ाईल को अपने जवाबी वार में तबाह कर दिया। डी आर डी ओ के तर्जुमान रवी कुमार गुप्ता ने पी टी आई से कहा कि दोपहर 12 बजकर 52 मिनट पर ये कामयाब तजुर्बा किया गया।
हिंदूस्तान कसीर मरहलों पर मुश्तमिल बैनुल बर्र-ए-आज़मी मिज़ाईल दिफ़ाई निज़ाम क़ायम करने के लिए कोशां है। डी आर डी ओ के साईंसदाँ और मिज़ाईल दिफ़ाई प्रोग्राम के डायरेक्टर अवीनाश चन्द्र ने कहा कि हिंदूस्तान 2014 तक ये निज़ाम क़ायम करने के काबिल हो जाएगा।
बैनुल बर्र ए आज़मी सतह से सतह पर वार करने वाला मिज़ाईल पृथ्वी पहले ही कामयाबी के साथ तैयार किया जा चुका है। नया मुदाख़िलत कार मिज़ाईल अंदरून चार मिनट तरक़्क़ी याफ़ता फ़िज़ाई दिफ़ा मिज़ाईल होगा, जिसे चांदीपुर से 70 किलो मीटर के फ़ासला पर जज़ीरा व्हीलर पर नसब किया जाएगा।
आज उसकी आज़माईशी परवाज़ में इस जज़ीरा से मिज़ाईल गरजता हुआ फ़िज़ा में परवाज़ कर गया और इसने फ़िज़ा के दरमयान इंतिहाई बुलंदी पर एक दूसरे मिज़ाईल को तबाह कर दिया। ये मिज़ाईल तजुर्बाती तौर पर इस्तेमाल किया गया था।