नई दिल्ली। 20 सितंबर (पी टी आई) हिंदूस्तान और जापान की बहरीया में अज़ीम तर रवाबित की ताईद करते हुए साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म जापान शीज़ो अब ने आज कहा कि दोनों ममालिक को अमरीका के साथ क़रीबी तआवुन करना चाहीए ताकि तिजारती बहरी राहदारियों को महफ़ूज़ और एक मुस्तहकम एशिया को यक़ीनी बनाया जा सकी। जापान के क़ाइद ने कहा कि इन के मलिक का मंसूबा तीन तय्यारा बर्दार बहरी जहाज़ हिंदूस्तान को रखने की इजाज़त देने का है ताकि वो एशियाई समुंद्री जहाज़ों को महफ़ूज़ और मुस्तहकम रख सकी। ऐसा इक़दाम वीटनामी , अमरीकी और जुनूबी कोरीयाइ तआवुन से मुम्किन ही, चाहे चीन इस में शिरकत करे या ना करे। उन्हों ने कहा कि अमरीकी समुंद्री तिजारती राहदारियों को 1950-की दहाई से तहफ़्फ़ुज़ और इस्तिहकाम फ़राहम कररहे हैं, ताहम उन्हों ने अंदेशा ज़ाहिर किया कि ये इजारादारी कहीं ग़रीब और कमज़ोर ममालिक के ख़िलाफ़ ताक़त का मुज़ाहरा ना बन जाये