हिंद – अमरीकी समझौता से असलहा की दौड़ में इज़ाफ़ा का अंदेशा

पाकिस्तान ने आज कहा कि अमरीकी सदर बारक ओबामा के दौरा नई दिल्ली के मौक़ा पर हिंद – अमरीका समझौतों पर दस्तख़त किए जाने से जुनूबी एशीया में असलहा की दौड़ में शुरू हो जाएगी।

वाज़ेह रहे कि चंद दिन क़ब्ल अमरीका और हिंदुस्तान के माबैन न्यूक्लीयर तिजारती समझौता हुआ था और आइन्दा 10 साल तक दिफ़ाई तआवुन जारी रखने से इत्तिफ़ाक़ किया गया था। क़ौमी सलामती के मुशीर सरताज अज़ीज़ गुज़िश्ता रोज़ पाकिस्तानी मुफ़क्किर इदारा स्रांदइजिक वीज़न इंस्टीटियूट के ज़ेरे एहतेमाम मुनाक़िदा एक सेमीनार में ओबामा के दौरा हिंद के असरात के ज़ेरे उनवान ख़िताब कर रहे थे।

उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान (इन समझौतों से इमकानी तौर पर पैदा होने वाले) अदम तवाज़ुन और इस के अज़ाला के लिए इमकानी तरीक़ों और रास्तों का जायज़ा ले रहा है। सरताज अज़ीज़ ने अमरीका और बैनुल अक़वामी बिरादरी के दीगर अरकान पर ज़ोर दिया कि वो इलाक़ाई तवाज़ुन और हिक्मते अमली के इस्तिहकाम के मक़सद की ताईद करें।

उन्हों ने दावा किया कि बिलख़सूस लाईन ऑफ़ कंट्रोल और बैनुल अक़वामी सरहदों पर जंगबंदी की ख़िलाफ़ वर्ज़ीयों, बढ़ती हुई हिंद – पाक कशीदगी के दरमयान पैदा होने वाला ये इलाक़ाई अदम तवाज़ुन इंतिहाई तशवीशनाक और बाइसे फ़िक्र है।