नई दिल्ली: हुकूमत ने आज कहा कि जनवरी में पठानकोट हमले के बाद पैरिस में क़ौमी सलामती मुशीर अजीत दयोल और उनके पाकिस्तानी हम मन्सब लेफ्टेनेंट जनरल (रिटायर्ड नसीर ख़ान जनजूआ के दरमियान कोई मुलाक़ात नहीं हुई।
विज़ारत-ए-ख़ारजा के तर्जुमान विकास स्वरूप ने टविटर पर इस ख़बर की तरदीद की है कि हम इस मुलाक़ात के ताल्लुक़ से आने वाली इत्तेला को मुस्तरद करते हैं।
मीडिया रिपोर्ट पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में इन्होंने कहा कि अजीत दयोल और उनके पाकिस्तानी हम मन्सब ने पैरिस में कोई मुलाक़ात नहीं कि अलबत्ता ये दोनों पठानकोट दहशतगर्द हमले के बाद फ़ोन पर बातचीत करते रहे हैं।
अख़बारी इत्तेला में बताया गया है कि अजीत दयोल ने जनवरी के दूसरे हफ़्ते में पैरिस में जनजूआ से मुलाक़ात की थी और ये मिला क़ान पठानकोट हमले के दूसरे हफ़्ते में ही की गई थी।
वाज़िह रहे कि पठानकोट हमले के बाद दोनों मुल्कों के दरमियान कशीदगी में इज़ाफ़ा हुआ है। बाहमी मुज़ाकरात के लिए जारी कोशिशों को भी धक्का लगा था|