गोहाटी 23 नवंबर: आसाम के गवर्नर पी बी आचार्य ने ये कहते हुए एक नया तनाज़ा पैदा कर दिया हैके इन मुसलमानों को पाकिस्तान जाने की आज़ादी है जो समझते हैंके इस मुल्क में उनके साथ ज़ुलम-ओ-ज़ियादाती की जा रही है। आचार्य ने एक प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि हिन्दुस्तानी मुस्लमान कहीं भी जा सकते हैं।
उनमें से कई पाकिस्तान जा चुके हैं। अगर कोई पाकिस्तान या बंगलादेश जाना चाहता है तो जा सकता है अगर वो समझता हैके इस के ख़िलाफ़ भी यहां एसा किया जा रहा है जिस तरह वहां तस्लीमा नसरीन के साथ किया गया है। आचार्य ने कहा कि हिन्दुस्तान सारी दुनिया में एक इंतेहाई रवादार मुल्क है।
हमने यहां हर किसी को एक महफ़ूज़ ठिकाना फ़राहम किया। हिन्दुस्तान एक बहुत बड़े दिल का हामिल मुल्क है। आसाम के गवर्नर पी बी आचार्य ने पिछ्ले रोज़ एक किताब की इजराई के मौके पर शहरीयों के क़ौमी रजिस्ट्रेशन पर नज़रसानी से मुताल्लिक़ एक सवाल पर जवाब दिया था के हिन्दुस्तान, हिन्दूओं के लिए है।
ताहम उन्होंने अपने रिमार्क पर वज़ाहत करते हुए कहा कि मेरा मतलब हरगिज़ ये नहीं हैके हिन्दुस्तान सिर्फ़ हिन्दूओं के लिए है बल्कि में ये कहना चाहता था के दुनिया के किसी भी गोशे में ज़ुलम-ओ-जांबदारी का सामना करने वाले हिन्दूओं को हिन्दुस्तान में पनाह हासिल करने का हक़ है।
उन्होंने शहरीयों के क़ौमी रजिस्टर (एन आरसी) के बारे में कहा कि ये कोई मज़हबी मसला नहीं है बल्कि क़ौम और सलामती का सवाल है। जिसके मुताबिक़ बैरूनी अफ़राद को इस में शामिल किया जाता है और हिन्दुस्तानी सलामती में माने हिंदुस्तानियों को इस से हज़फ़ किया सकता है