नई दिल्ली: सदर फ़्रांस फ्रांकोस होलैंड ने आज इस बात के अह्द का इआदा किया कि हिन्दुस्तान के साथ 60,000 करोड़ रुपये के राईफल लड़ाका जट तय्यारों के मुआहिदे को दुरुस्त सिम्त में जारी रखा जाएगा और इस से आइन्दा 60 साल के लिए दोनों मुल्कों के बाहमी ताल्लुक़ात टेक्नोलोजी और सनाती शोबों में तआवुन अमल का ग़ैरमामूली मुज़ाहरा किया जाएगा इस बात की क़ियास-आराइयाँ हो रही थीं कि आया सदर फ़्रांस होलैंड के दौरा हिन्दुस्तान के दौरान 36 राईफल लड़ाका जेट्स तय्यारों की ख़रीदी के लिए हिन्दुस्तान के साथ क़तई मुआहिदा होगा या नहीं।
सदर फ़्रांस आज चन्दीगढ़ पहूंच गए जिसके साथ ही दौरे का आग़ाज़ हुआ है। लड़ाका तय्यारों की ख़रीदी के मुआहिदे का गुज़िश्ता अप्रैल में वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने दौरा फ़्रांस के दौरान किया गया था। ये पूछे जाने पर कि आया उन्हें तवक़्क़ो है कि उनके जारिया दौरे के दौरान इस मुआहिदे पर दस्तख़त की जाएगी, होलैंड ने कहा कि इस मुआहिदे के ताल्लुक़ से दुरुस्त सिम्त में गामज़न हैं लेकिन इस मुआहिदे की तकमील इंतेज़ामात और तय्यारों की फ़राहमी के लिए वक़्त और तारीख़ के ताय्युन के लिए बाज़ फ़न्नी नकात पर इत्तेफ़ाक़ होना बाक़ी है।
उन्होंने इस बात की भी निशानदेही की कि हिंद-फ़्रांस के दरमियान दिफ़ाई शोबे में तआवुन में जारी हिक्मत-ए-अमली पर मबनी शराकतदारी का हिस्सा है। ये भरोसे की बुनियाद पर क़ायम है। दोनों मुल्कों के दरमियान मज़बूत भरोसा पाया जाता है। पठानकोट दहशतगर्द हमले पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फ़्रांस इस तरह के हमले की शदीद मज़म्मत करता है।
हिन्दुस्तान ने दहशतगरदों के ख़िलाफ़ कार्यवाई करने इन्हें इन्साफ़ के कठहरे में लाने का जो मुतालिबा किया है वो हक़बजानिब है। हिन्दुस्तान और फ़्रांस को इस तरह की दहशतगर्दी के ख़तरात का यकसाँ सामना है। हम पर इन कालितों ने हमले किए हैं जो मज़हब की बुनियाद पर कार्यवाई करते हैं।
उनकी कार्यवाईयों से दुनिया-भर में नफ़रत पैदा हो रही है। वो लोग हमारे जम्हूरी इक़दार को और हमारी ज़िंदगी को कमज़ोर करना चाहते हैं। हिन्दुस्तान और फ़्रांस दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ मुशतर्का कार्यवाई करने के अपने ओहदे पर क़ायम हैं|