हिन्दुस्तान सलामती काउंसल की नशिस्त के दुबारा हुसूल का ख़ाहां

बंगला देश , क़तर , थाईलैंड और इंडोनेशिया दीगर उम्मीदवार , जुमला 34 नशिस्तें

हिन्दुस्तान, अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के अहम इंसानी हुक़ूक़ इदारे की मुसलसल दूसरी मीयाद के लिए कोशां है जिस के लिए आइन्दा माह राय दही मुक़र्रर है। हिन्दुस्तान फ़िलहाल 47 रुकनी अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की इंसानी हुक़ूक़ काउंसल का एक रुकन है। उसकी मीयाद 31 दिसम्बर 2014 को ख़त्म होजाएगी।

हिन्दुस्तान अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की सलामती काउंसल की नशिस्त के लिए दुबारा इंतेख़ाब की कोशिश कररही है। ये मीयाद 2015-17होगी और इंतेख़ाबात अक्तूबर में मुनाक़िद किए जाऐंगे जबकि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की जनरल असेम्बली का 69 वां इजलास जारी होगा। हिन्दुस्तानी सिफ़ारत ख़ाना बराए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के बयान के बमूजब हिन्दुस्तान का मुक़ाबला एशिया ग्रुप के ज़ुमरे में होगा जिस के लिए 4 नशिस्तों पर राय दही मुक़र्रर है।

एशिया ग्रुप की नशिस्तों के लिए उमीदवार दीगर ममालिक में बंगला देश, क़तर, थाईलैंड और इंडोनेशिया शामिल हैं। रुकन ममालिक की ताईद हिन्दुस्तानी उम्मीदवारी के लिए इंसानी हुक़ूक़ काउंसल के इंतेख़ाबात में इंतेहाई क़ाबिल-ए-सिताइश होगी। हिन्दुस्तानी सिफ़ारत ख़ाना ने अपने एक बयान में ये तबसरा करते हुए कहा कि काउंसल के रुकन ममालिक को हिन्दुस्तान को सलामती काउंसल की 3 साला मीयाद के लिए दुबारा मुंतख़िब करना चाहिए।

जनरल असेम्बली के अरकान रास्त और खु़फ़ीया राय दही दोनों में से कोई भी तरीक़ा इख़तियार करसकते हैं। उन्हें तमाम मर्कज़ी मौज़ूआत पर जो इंसानी हुक़ूक़ के मसाइल से मुताल्लिक़ हो और इसी से मुताल्लिक़ सूरत-ए-हाल पर तबादला-ए-ख़्याल का इख़तियार हासिल है, जिन पर साल भर तवज्जे देना ज़रूरी हो।

गुज़िश्ता साल जनरल असेम्बली ने 14 ममालिक बिशमोल चीन, सऊदी अरब और रूस को काउंसल की ख़िदमत के लिए मुंतख़िब किया था। काउंसल की वैब साईट के मुताबिक़ जनरल असेम्बली रुकन ममालिक के इंसानी हुक़ूक़ के तहफ़्फ़ुज़ और फ़रोग़ में अदा करदा किरदार को राय दही के वक़्त पेशे नज़र रखती है।

इस सिलसिले में उम्मीदवारों की मक़सद से वाबस्तगी को भी पेशे नज़र रखा जाता है। काउंसल के रुकन ममालिक तीन साल के लिए इस नशिस्त पर फ़ाइज़ रहते हैं। वो मुसलसल दूसरी मीयाद के लिए इंतेख़ाब के मुस्तहिक़ हैं। काउंसल की रुकनियत जुग़राफ़ियाई मुसावियाना तक़सीम की बुनियाद पर मुक़र्रर की जाती है। अफ़्रीक़ा और एशयाए कोचक के लिए 13 नशिस्तें ,लेटिनी अमरीका और कैरीबियन ममालिक के लिए 8 नशिस्तें , मग़रिबी यूरोप के लिए 7 नशिस्तें और मशरिक़ी यूरोप के लिए 6 नशिस्तें मुख़तस हैं।