हिलेरी की विरासत: मौत, तबाही और कमजोरी – डॉनाल्ड ट्रंप

रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बतौर पूर्व विदेश मंत्री उन्होंने मौत, तबाही और कमजोरी की विरासत छोड़ी है।

ट्रंप ने दुनियाभर में हो रही तबाही के लिए हिलेरी के खराब फैसलों को जिम्मेदार ठहराया। गुरुवार रात ट्रंप ने कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका संकट में फंसा हुआ है। उन्होंने कहा कि जो भी हिंसा, नफरत और उत्पीड़न का समर्थन करता है उसे अमेरिका में घुसने नहीं दिया जाएगा। 70 साल के रियल स्टेट कारोबारी ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को हिलेरी को अमेरिकी विदेश नीति का प्रभारी बनाने के अपने फैसले पर पछतावा होना चाहिए।

रिपब्लिकन पार्टी की अपनी उम्मीदवारी को स्वीकार करते हुए अपने भाषण में ट्रंप ने कहा कि मौत, तबाही और कमजोरी हिलेरी क्लिंटन की विरासत है। हिलेरी क्लिंटन को अमेरिका की विदेश नीति का प्रभार देने के ओबामा के फैसले से पहले की तुलना में अमेरिका आज कहीं ज्यादा असुरक्षित है और दुनिया कहीं ज्यादा अस्थिर। मुझे पूरा विश्वास है कि अपने इस निर्णय पर उन्हें वाकई अफसोस होगा।

हिलेरी के रिकॉर्ड का आकलन करते हुए ट्रंप ने कहा कि 2009 तक आईएसआईएस नक्शे में दूर-दूर तक कहीं भी नहीं था और पश्चिम एशिया में हालात स्थिर थे। उन्होंने कहा कि हिलेरी क्लिंटन के चार साल के कार्यकाल में हमें क्या मिला? आईएसआईएस पूरे इलाके और पूरी दुनिया में फैल चुका है। लीबिया बर्बाद हो चुका है, हमारे राजदूत और उनके सभी कर्मचारी असहाय हैं और बर्बर हत्यारों के हाथों मारे जाने के खौफ में जी रहे हैं।

मिस्र में कट्टरपंथी मुस्लिम ब्रदर हुड का कब्जा हो गया जिसके चलते सेना को देश पर अपना नियंत्रण लेना पड़ा। इराक में भी अराजकता फैली हुई है। ट्रंप ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि हिलेरी की विरासत, अमेरिका की भी विरासत हो।