हुकूमत उर्दू के फ़्रोग के लिए ठोस कार्रवाई करें

उर्दू अकादमी के ग्रांट को बढ़ा कर 3 करोड़ रुपए किया जाना रियासती हुकूमत की बेहतर करकर्दगी को ज़ाहिर करता है। वजीरे आला जीतन राम मांझी किस के लिए मुबारक बाद के मुस्तहिक हैं। क्योंकि पहली मर्तबा उर्दू अकादमी के ग्रांट में रेकॉर्ड तोड़ इजाफा किया गया जिसकी वजह से उर्दू आबादी के दरमियान वजीर आला जीतन राम मांझी को पोजीशन मजीद मुस्तहकिम हुयी है। ये बातें आरजेडी के सीनियर लीडर पार्टी तर्जुमान सैयद अली एडवोकेट ने अपनी रियाहिश पर नामानिगारों से बात चीत करने के दौरान कहीं। उन्होने कहा की उर्दू रियासत की दूसरी सरकारी जुबान है और आरजेडी के दौर इक्तिदार में उर्दू की तरक़्क़ी के लिए न सिर्फ अमली इक़दामात किए गए बल्कि इस के फ़्रोग में नुमाया रोल अदा किया गया। पार्टी सरबराह और साबिक़ वजीरे आला लालू प्रसाद यादव ने उर्दू की तरक़्क़ी और उसकी फ्लाह के लिए अपनी हुकूमत की जानिब से बेश बहा खिदमात अंजाम दी थी। अली ने कहा की वजीरे आला जीतन राम मांझी ने जिस दिलेरी के साथ आकलियतों के मसायल के लिए कारगर कदम उठा कर उम्मीदों की जो शमा रौशन की है इसके लिए अक्लियती तबका उनका मशकूर ओ ममनून है ।