हुकूमत की नाइंसाफ़ी से दुबारा तशद्दुद : बी जे पी

हुकूमत यूपी पर मुज़फ़्फ़रनगर में ताज़ा फ़िर्कावाराना तशद्दुद पर तन्क़ीद करते हुए बी जे पी ने कहा कि अगर ओहदेदारों ने सख़्त कार्रवाई गुज़श्ता माह के फ़सादात‌ के ख़ातियों के ख़िलाफ़ की होती तो आज तशद्दुद के वाक़ियात पेश ना आते। बी जे पी जिस पर नायाब सदर कांग्रेस राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के सरबराह मुलाय‌म सिंह यादव ने इंतेख़ाबी फ़वाइद के लिए रियासत में फ़िर्कावाराना सफ़ बंदी की कोशिश करने का इल्ज़ाम आइद किया है, कहा कि एक दूसरे पर इल्ज़ाम तराशी का खेल सूरत-ए-हाल को ना सिर्फ़ अबतर बनादेगा बल्कि समाजवादी पार्टी हुकूमत समाज के तमाम तबक़ात का एतिमाद हासिल नहीं कर पाएगी।

उन्होंने अखिलेश यादव हुकूमत से मुतालिबा किया कि वो समाज के तमाम तबक़ात का एतिमाद हासिल करने की कोशिश करे। गड़बड़ का आग़ाज़ उस वक़्त होता है जबकि उलमनाक और बद बख्ताना वाक़ियात को सियासी रंग दे दिया जाता है।अगर माम‌लात को मुबालग़ा आराई से बयान किया जाये तो हालात बदतर होजाते हैं। क़ौमी सदर बी जे पी राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर मुंसिफ़ाना कार्रवाई की जाती तो तशद्दुद का इआदा ना होता। यू पी हुकूमत को ये बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए।

उन्होंने यू पी के अवाम खासतौर पर मग़रिबी अज़ला के अवाम से अपील की कि अमन और ख़ैरसिगाली बरक़रार रखने और उख़ोत परवान चढ़ाने की हरमुमकिन कोशिश करें। उन्होंने कहा कि वो अवाम से अपील करते हैं कि हुकूमत से ऐसी कार्रवाई करने की तवक़्क़ुआत रखने के बजाय जिस पर कोई भी शख़्स एतराज़ ना करसके और जो मुंसिफ़ाना हो, अवाम को चाहिए कि ख़ुद अपने तौर पर बाहमी बिरादराना ताल्लुक़ात परवान चढ़ाईं, अमन और ख़ैरसिगाली की फ़िज़ा-ए-बरक़रार रखें।

मुज़फ़्फ़रनगर में कल रात फ़िर्कावाराना तशद्दुद में मज़ीद तीन अफ़राद हलाक होगए। गुज़िश्ता माह मुज़फ़्फ़रनगर के फ़िर्कावाराना फ़सादात‌ में 62 अफ़राद हलाक और हज़ारों बेघर होगए थे। बी जे पी के तर्जुमान प्रकाश जावा डेकर ने कहा कि मुज़फ़्फ़रनगर की सूरत-ए-हाल परेशानकुन है।