हुकूमत तेलंगाना के एकाऊंट से रक़म की मिनह

हुकूमत तेलंगाना ने मर्कज़ी वज़ीर फाइनैंस अरूण जेटली से ख़ाहिश की हैके वो रिज़र्व बैंक आफ़ इंडिया को हिदायत दे कि रियासती हुकूमत के एकाऊंट में 1,274.21 करोड़ रुपये क्रेडिट वापिस जमा करवाए।

रियासती हुकूमत ने इल्ज़ाम आइद किया कि रिज़र्व बैंक ने इनकम टैक्स महिकमा की ईमा पर गै़रक़ानूनी तौर पर मुंतक़िल करदिए हैं। रियासती वज़ीर आई टी-ओ-पंचायत राज के टी रामा राव‌ ने इस सिलसिले में दिल्ली में अरूण जेटली को एक नुमाइंदगी हवाले की।

इस में कहा गया हैके रिज़र्व बैंक आफ़ इंडिया ने ए पी तंज़ीम जदीद क़ानून की ख़िलाफ़वरज़ी की है और रियासती हुकूमत को क़बल अज़ वक़्त कोई इत्तेला दिए बगै़र ये रक़म मुंतक़िल करदी है।

ये रक़म इनकम टैक्स महिकमा की तरफ से आंध्र प्रदेश बेवेरेजस कारपोरेशन से किए गए टैक्स मुतालिबा के ज़िमन में तलब की गई थी जब अभी रियासत तक़सीम नहीं हुई थी।

महिकमा इनकम टैक्स का इस्तिदलाल था कि रियासती हुकूमत की कंपनी साल 2012 – 13 और साल 2013 – 14 के लिए जुमला 2,939 करोड़ रुपये टैक्स वाजिब अलादा है। उन्होंने मर्कज़ से ख़ाहिश की के ये रक़म रियासती हुकूमत के एकाऊंटस में वापिस जमा करवाने हिदायत दी जाये।