फ़िल्म स्टार से सियासतदां बनने वाले आँजहानी एन टी आर से गैर मुनक़सिम आंध्र प्रदेश के आख़िरी चीफ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी के सियासी बोहरान से किया चीफ मिनिस्टर मिस्टर के चन्द्र शेखर राव ख़ौफ़ज़दा हैं शायद इसी लिए 150 करोड़ रुपये के मसारिफ़ से एरा गड्डा में नया सेक्रेट्रीएट बनाने के लिए बेचैन हैं।
आज़ादी के बाद और तशकील आंध्र प्रदेश के बाद रियासत पर हुकूमत करने वाली सियासी जमातों को हुकूमत के इंतेज़ामी उमूर के फैसले करने के लिए नया सेक्रेट्रीएट और क़ानूनसाज़ी के लिए असेंबली और हाईकोर्ट की नई इमारतें तामीर करने के लिए एक रुपया भी ख़र्च करना नहीं पड़ा क्यों कि निज़ाम के विर्सा में अहम अहम इमारतें हुकूमत को मिली हैं।
छटवें निज़ाम मीर महबूब अली ख़ान ने 1888 में सेक्रेट्रीएट की बिल्डिंग तामीर करवाई थी उसी अहाते में एन टी आर ने भी नई इमारतें तामीर करवाई थीं। सेक्रेट्रीएट तब्दील करने का फैसला करते हुए चीफ मिनिस्टर तेलंगाना मिस्टर के चन्द्र शेखर राव अपोज़ीशन के निशाने पर हैं।
वास्तू के मुआमले में तमाम सियासी क़ाइदीन यक़ीन रखते हैं इन सब में चीफ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव सरे फ़ेहरिस्त हैं। चीफ मिनिस्टर तेलंगाना के ख़ौफ़ की वजह किया है माज़ी में झांक कर देखने की ज़रूरत नहीं है। ब्रह्मानंद रेड्डी कांग्रेस के वाहिद क़ाइद थे जो 7 साल से ज़ाइद अर्से तक चीफ मिनिस्टर के ओहदे पर बरक़रार रहे दूसरे नंबर पर राज शेखर रेड्डी हैं जो 5 साल से ज़ाइद अर्से तक चीफ मिनिस्टर के ओहदे पर बरक़रार रहे।
चंद्र बाबू नायडू को सब से ज़्यादा 9 साल तक चीफ मिनिस्टर के ओहदे पर बरक़रार रहने का एज़ाज़ है। चीफ मिनिस्टर तेलंगाना के फैसले के ख़िलाफ़ अपोज़ीशन जमातों की जानिब से ज़बरदस्त तन्क़ीद की जा रही है और एहतेजाज किया जा रहा है।
चीफ मिनिस्टर तेलंगाना इन तन्क़ीदों और एहतेजाज को नज़र अंदाज कर रहे हैं। एरा गड्डा पर वाक़े चेस्ट हॉस्पिटल को विक़ाराबाद मुंतक़िल करने के लिए 7.5 करोड़ रुपये मंज़ूर कर चुके हैं और 20 फरवरी से नए सेक्रेट्रीएट की तामीर का एलान कर चुके हैं। —————- मुहम्मद नईम वजाहत