रियासत की तक़सीम के फैसले के बाद आज दो माह के बाद रियासती काबीना कि मीटिंग का इनइक़ाद अमल में आया।
मीटिंग में आठ रियासती वुज़रा ने शिरकत नहीं की जिन में दो तेलंगाना के और छः सीमा आंध्र के हैं। मीटिंग में ए एन जी औज़ की जारी हड़ताल से निमटने में हुकूमत की नाकामी के मसला के जाना रेड्डी ने मौज़ू बेहस बनाया।
जिस पर चीफ मिनिस्टर ने हालात बहुत जल्द ठीक होजाने का तीक़न दिया और कहा कि तमाम वुज़रा अपनी ज़िम्मेदारी तसव्वुर करके यकसूई करने की कोशिश करें तो यकसूई मुम्किन होगी।
ज़राए ने कहा कि आंध्र प्रदेश बचा जलसे की इजाज़त देने के मसले पर तेलंगाना के बाअज़ वुज़रा ने ब्रहमी का इज़हार किया। ज़राए ने बताया कि काबीनी एजंडा के इख़तेताम पर जाना रेड्डी ने ए पी एन जी औज़ की जारी हड़ताल और अवाम को दरपेश मुश्किलात के मसला को मौज़ू बेहस बनाया और कहा कि साबिक़ में तेलंगाना मुलाज़मीन हड़ताल करने पर उनके साथ सख़्त तर्ज़ अमल इख़तियार किया गया और सीमा आंध्र में हड़ताल ज़ाइद अज़ देढ़ माह से जारी है लेकिन हुकूमत ख़ामोश तमाशाई बनी है।
बिलवासता तौर पर हुकूमत ही सीमा आंध्र में हड़ताल की हिम्मतअफ़्ज़ाई कर रही है। जाना रेड्डी ने चीफ मिनिस्टर को तन्क़ीद का निशाना बनाने पर मदाख़िलत करके सीमा आंध्र के वज़ीर शैलजा नाथ ने कहा कि साबिक़ में तेलंगाना मुलाज़मीन की हड़ताल पर हुकूमत ने जो मौक़िफ़ इख़तियार किया था अब भी वही मौक़िफ़ इख़तियार कर रही है।
इस मसले पर कुछ देर के लिए सीमा आंध्र और तेलंगाना वुज़रा के माबेन गरमागरम मुबाहिस हुए। इस दौरान चीफ मिनिस्टर ने मदाख़िलत करके कहा कि सीमा आंध्र में जारी मुलाज़मीन की हड़ताल को ख़त्म करवाने हुकूमत मुम्किना तौर पर कोशिश जारी रखी हुई है और काबीनी ज़ेली कमेटी हड़ताल मुलाज़मीन से बात करने से मुताल्लिक़ वुज़रा को वाक़िफ़ करवाते हुए कहा कि आइन्दा दस्ता पंद्रह दिनों में हालात बहाल होसकते हैं।
इसी दौरान शहर के मज़ाफ़ाती इलाक़ों के ग्राम पंचायतों को ग्रेटर हैदराबाद मुंसीपल कारपोरेशन में ज़म करने की मुख़ालिफ़त करते हुए डी सिरीधर बाबू वज़ीर सियोल स्पलाई और प्रसाद कुमार वज़ीर हैंडलूम एंड टेक्सटाइल्स ने ब्रहमी का इज़हार क्या।
बताया जाता हैके इन वुज़रा की दुसरे वुज़रा ने भी हिमायत की जिस पर चीफ मिनिस्टर ने बहुत जल्द कोई क़तई फैसला करने का तीक़न दिया।
मीटिंग में इलाके तेलंगाना के दो रियासती वुज़रा डी नागेंद्र और डक्टर जय गीता रेड्डी के अलावा छः सीमा आंध्र वुज़रा जी सिरेनिवास , ई प्रताप रेड्डी , टी जी वेंकटेश , सयद मुहम्मद अहमद उल्लाह , श्रीमती जी अरूना कुमार और दुसरें ने शिरकत नहीं की।