वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के एंटोनी ने आज कहा कि हिंदूस्तान ने इटली के साथ वि वि आई पी हेलिकॉप्टर मुआमलत में करप्शन इल्ज़ामात के सिलसिले में बर्तानिया से तफ़सीलात तलब किए हैं और इस अमल हुसूलयाबी में कोई भी ग़लतकारी का पता चलने पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने इस केस में पेशरफ़्त के ताल्लुक़ से पूछने पर कहा, ये कौंटराक्ट यूके में क़ायम एक कंपनी के साथ है। हमने एम ई ए से भी इस केस को यूके के पास उठाने की दरख़ास्त की है। हम मीडीया रिपोर्टस की सच्चाई का पता चिली की तमाम तर कोशिशें कर रहे हैं।
वज़ीर मौसूफ़ आई डी एस ए इनामात तक़रीब के मौके पर अख़बारी नुमाइंदों से बात कर रहे हैं। एंनटोनी ने कहा कि हुकूमत संजीदा और मुख़लिस कोशिशें कर रही है कि मीडीया रिपोर्टस में आइद इल्ज़ामात की सच्चाई का पता चलाए जाये।
उन्होंने कहा, हम पहले ही इन मीडीया रिपोर्टस के ताल्लुक़ से एम ई ए के ज़रीया इतालवी हुकूमत को खत तहरीर करचुके हैं ताकि तफ़सीलात हासिल करसकें कि आया कोई दरमयानी लोग शामिल हैं या कोई हिंदूस्तानी कंपनीयां शामिल हैं क्योंकि उस की हमारे क़वानीन में इजाज़त नहीं है।
वज़ीर-ए-दिफ़ा ने कहा कि इतालवी सफ़ीर बराए हिंदूस्तान को भी इस संजीदगी से वाक़िफ़ करा दिया गया है जो हिंदूस्तान इस मसले में ले रहा है और जल्द अज़ जल्द तफ़सीलात की फ़राहमी पर ज़ोर दिया है।
एनटोनी ने कहा कि अगर मीडीया की इत्तिलाआत में ज़रा सी भी सच्चाई है, अगर कोई भी ग़लतकारी या बदमाशी हुई है तो हम सख़्त कार्रवाई करेंगे।
ये इल्ज़ामात हाल में उभर आए जब मीडीया रिपोर्टस ने दावा किया कि स्विटज़रलैंड में दो लोगो को गिरफ़्तार किया गया जो मुबय्यना तौर पर रिश्वत दे रहे थे ताकि बारह (2) AW-101 हेलिकॉप्टर्स के लिए 560 मिलैय्यन यूरो वाली हिंदूस्तानी हैलीकाप्टर मुआमलत हासिल करसकें।
ये पूछने पर आया इन इल्ज़ामात की तहक़ीक़ात के लिए सी बी आई इंकुआयरी का हुक्म दिया जाएगा, एनटोनी ने कहा, पहले हमें यू के और इटली से हक़ायक़ और तफ़सीलात हासिल करने दें और फिर हम देखेंगे कि हम क्या करसकते हैं।
ऐसी इत्तिलाआत पर कि उन के पेशरू ने वि वि वे आई पी हैलीकाप्टर मुआमलत की बह एतबार मियार जरूरतों को तबदील किया, एनटोनी ने कहा कि साज़ो सामान की हुसूलयाबी के लिए स्टाफ़ की ज़रूरतें सरविसस हेडक्वार्टर्स की तरफ से तैय्यार की जाती हैं।
जम्मू-ओ-कश्मीर की सूरत-ए-हाल के ताल्लुक़ से इस्तिफ़सार पर वज़ीर-ए-दिफ़ा ने कहा कि तशद्दुद की सतहें घट चुकी हैं लेकिन दरअंदाज़ी कोशिशों में इज़ाफ़ा तशवीश का मुआमला है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि ए एफ़ एस पी ए पर कोई फ़ैसला जल्दबाज़ी में नहीं किया जा सकता है।