हैदराबाद तेलंगाना और आंध्र का मुशतर्का दार-उल-हकूमत?

हैदराबाद। 07जनवरी: रियास्ती वज़ीर पंचायत राज के जाना रेड्डी मसला तेलंगाना पर कांग्रेस हाईकमान से नुमाइंदगी के बाद नई दिल्ली से वापिस हुए हैं और ऐसा मालूम होता है कि उन्हें बावसूक़ ज़राए से ये इत्तेला मौसूल हुई है कि मर्कज़ ने अलहदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम का मंसूबा बना लिया है । और इस सूरत में हैदराबाद दोनों रियास्तों का मुशतर्का दार-उल-हकूमत रहेगा ।

जाना रेड्डी ने अगरचे अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करने से इनकार कर दिया । लेकिन बावर किया जाता है कि उन्होंने तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले सीनीयर कांग्रेस क़ाइदीन और अपने दीगर बाएतिमाद क़रीबी रफ़क़ा से बातचीत में अलहदा तेलंगाना के जल्द क़ियाम से मुताल्लिक़ मर्कज़ के मंसूबों का इशारा दे चुके हैं और इन में से एक क़रीबी साथी ने राज़दारी में दी गई इस ख़ुशख़बरी का इन्किशाफ़ कर दिया जिस पर मुख़्तलिफ़ गोशों में चह मीगवयां शुरू हो गई हैं ।

इस बात का इशारा रियास्ती वज़ीर बहबूदी पसमांदा तबक़ात बसोराज सारिया के रेमार्क से होता है जिन्हों ने वाज़िह तौर पर कहा है कि हैदराबाद को दोनों रियास्तों का मुशतर्का दार-उल-हकूमत बनाने पर उन्हें कोई एतराज़ नहीं है।

कांग्रेस हाईकमान ने दो दिन पहले मर्कज़ी वज़ीर पवन कुमार बंसल से इस ज़िमन में मुशावरत की जो रियासत हरियाणा से ताल्लुक़ रखते हैं और चन्दी गढ उन की रियासत (हरियाणा) और पड़ोसी रियासत पंजाब का मुशतर्का सदर मुक़ाम है ।