हक़्क़ानी नेटवर्क से अमरीका के मुज़ाकरात का हिलेरी क्लिन्टन का एतराफ़

ईस्लामाबाद 22 अक्तूबर (पी टी आई) वज़ीर-ए-ख़ारजा अमरीका हिलेरी क्लिन्टन ने आज कहा कि अमरीका, पाकिस्तानी सरज़मीन पर अस्करीयत पसंद तंज़ीमों के ख़िलाफ़ यकतरफ़ा फ़ौजी कार्रवाई का कोई इरादा नहीं रखता।

उन्हों ने तस्लीम किया कि अमरीकी ओहदा दारों ने हक़्क़ानी नेटवर्क के साथ इमकानात तलाश करने के मक़सद से एक इजलास मुनाक़िद किया था।

एक गोल मेज़ तबादला-ए-ख़्याल के दौरान जो पाकिस्तानी टी वी सहाफ़ीयों के एक मुख़्तसर से ग्रुप के साथ किया गया था, उन्हों ने एतराफ़ किया कि अमरीका के आली सतही सियोल और फ़ौजी क़ाइदीन ने हक़्क़ानी नट वर्क के साथ बातचीत की थी।

इस सवाल पर कि क्या अमरीका पाकिस्तानी सरज़मीन पर अस्करीयत पसंद ग्रुपस के ख़िलाफ़ यकतरफ़ा फ़ौजी कार्रवाई का मंसूबा रखता है? उन्हों ने कहा कि हम अपने दोस्तों की जो हमारे शराकतदार भी हैं, मश्वरा किए बगै़र कोई कार्रवाई नहीं करना चाहती। इस सिलसिले में कोई ग़लतफ़हमी नहीं होनी चाहिए।

उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान के साथ बरी फ़ौज की मुशतर्का कार्रवाई के मसला पर पाकिस्तानी क़ाइदीन से मुलाक़ात के दौरान बातचीत तो हुई थी, लेकिन इस पर कोई फ़ैसला नहीं किया गया।

उन्हों ने हक़्क़ानी नट वर्क से अमरीकी ओहदा दारों की बातचीत का एतराफ़ किया, लेकिन ये इन्किशाफ़ नहीं किया कि बातचीत में कौन शरीक था।

उन्हों ने वाज़िह कर दिया कि अमरीका हक़्क़ानी नट वर्क के साथ कोई सौदेबाज़ी नहीं कर रहा है। ये सिर्फ एक इबतिदाई मरहला की मुलाक़ात थी, जिस में तमाम इमकानात का जायज़ा लिया गया था।

क्लिन्टन के हमराही एक अमरीकी ओहदादार नी, जिस के नाम का इन्किशाफ़ नहीं किया गया, कहा कि पाकिस्तान की आई ऐस आई ने मौसिम-ए-गर्मा में हक़्क़ानी नेटवर्क और अमरीकी ओहदा दारों की मुलाक़ात का इंतिज़ाम किया था।

ये मुलाक़ात अमरीकी मुफ़ादात पर अफ़्ग़ानिस्तान में माह सितंबर में दो बड़े हमलों में से पहले हुई थी।

क्लिन्टन ने कहा कि अमरीका तालिबान और हक़्क़ानी नट वर्क के साथ जंग के साथ साथ बातचीत में कोई तज़ाद नहीं समझता। उन्हों ने अमरीका, पाकिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान के दरमयान तआवुन-ओ-इश्तिराक का दावा किया। उन्हों ने कहा कि अब अमरीका के लिए मुज़ाकरात का मौक़ा दस्तयाब ही, जिस से तनाज़ा की पुरअमन यकसूई की ज़मानत दी जा सकती है।