* सुप्रीम कोर्ट जाने, ख़ानदान के सदस्यों का फ़ैसला
नई दिल्ली। इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य मुहम्मद क़तील सिद्दीक़ी के ख़ानदान के सदस्यों ने उन की हलाकत की सीबीआई जांच का मुतालिबा करते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने का फ़ैसला किया है।
क़तील सिद्दीक़ी को कई आतंकवादी केसों में पकड कर जेल में रखा गया था जिन का कल पुणे की जेल में क़तल हुआ। वकील एमएस ख़ान जो सिद्दीक़ी के मुकद्दमे की पैरवी कर रहे हैं, ने आज कहा कि वो इस क़तल की सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। अगर चेकि महाराष्ट्रा हुकूमत ने इस वाक़िये की सीबीसीआईडी जांच का हुक्म दिया है, हमें शुबा है कि इस जांच में कोताही बरती जाएगी और हम सुप्रीम कोर्ट जाकर सीबीआई जांच का मुतालिबा करेंगे।
क़तील सिद्दीक़ी इन 11 इंडियन मुजाहिदीन कारकुनों में से एक हैं जिन्हें दिल्ली पुलिस के ख़ुसूसी(वीशेष) सेल ने गिरफ़्तार किया था। इन के ख़िलाफ़ चिन्नास्वामी स्टेडीयम धमाके से लेकर जामा मस्जिद दिल्ली धमाका जैसे लगभग तमाम केस दर्ज हैं। फायरिंग वाक़िये के इलावा पुणे कि जर्मन बेकरी धमाके में भी उन्हें पकडा गया है।
इन का शुक्रवार की सुबह पुणे की जेल के अंडा सेल में क़तल किया गया। ये क़तल उस वक़्त हुआ जब उन्हें अदालत में पेश किया जाने वाला था। इन के साथी क़ैदी ने इन का क़तल किया। सिद्दीक़ी के वकील एमएस ख़ान ने कहा कि ये दिन दहाड़े क़तल का केस है।
इस आतंकवादी को उच्च सेक्युरीटी वाली जेल में रखा गया था, लेकिन उन की हिफ़ाज़त के लिए कोई क़दम नहीं उठाए गए। इन के ख़ानदान के सदस्यों को सिद्दीक़ी की लाश का इंतिज़ार है। वो चाहते हैं कि रियास्ती हुकूमत ये लाश दरभंगा लाने के लिए मदद करे।