क़ब्रिस्तान तोपखाना गोशा महल की बेहुर्मती रुकवाने में वक़्फ़ बोर्ड कामयाब

रियासती वक़्फ़ बोर्ड की शिकायत पर जी एच एम सी ने कार्रवाई करते हुए तोपखाना क़ब्रिस्तान गोशा महल की बाउंड्रीवाल को लगाकर तामीर कर्दा 30 डिब्बों को मुनहदिम कर दिया। इस सिलसिले में वक़्फ़ बोर्ड के ज़राए और मुक़ामी अवाम ने बताया कि इस क़ब्रिस्तान के मुतवल्ली ने ही मुबैयना गैर कानूनी तौर पर ये डिब्बे तामीर करवाए और उन्हें मुख़्तलिफ़ किराएदारों को 3000 रुपये माहाना किराया पर दे दिया था।

इन डिब्बों को वहां से बर्ख़ास्त किए जाने पर मुक़ामी अवाम ने राहत की सांस ली और कहा कि वहां डिब्बे नसब करते हुए क़ब्रिस्तान की बेहुर्मती की गई दूसरे ये कि मुतवल्ली को माहाना इन डिब्बों के बाइस 3000 रुपये फ़ी डिब्बा के हिसाब से जुमला 30 डिब्बों का 90000 रुपये किराया वसूल हो रहा था। स्पेशल ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड जनाब शेख मुहम्मद इक़बाल आई पी एस की हिदायत पर पुलिस की भारी जमीयत की मौजूदगी में जी एच एम सी के स्क्वाड ने चंद घंटों में वहां से डिब्बे बर्ख़ास्त करवा दीए।

रियासती वक़्फ़ बोर्ड के प्रोटेक्शन ऑफीसर मुनव्वर अली का कहना है कि ए सी पी आबिड्ज़ पी जयपाल और इन्सपेक्टर पुलिस बेगम बाज़ार एस प्रभाकर राव की निगरानी में बल्दी स्क्वाड ने ये कार्रवाई अंजाम दी। क़ब्रिस्तान प्रोटेक्शन कमेटी के ओहदेदारों का कहना है कि वो लोग क़ब्रिस्तान की बेहुर्मती को रोकने हाईकोर्ट से रुजू हुई है जब कि रियासती वक़्फ़ बोर्ड बल्दिया और पुलिस से भी मदद ली गई।

लिहाज़ा इस ज़मीन में घर, गोदाम या डिब्बे डाल कर किराया वसूल करना दरुस्त नहीं। क़ब्रों का एहतेराम ऐसा ही करना है, जिस तरह उस की ज़िंदगी में किया जाता है जब कि क़ब्रों पर चलना मना है।