नायब सदर जम्हूरिया हामिद अंसारी के राजपथ पर क़ौमी तराना के वक्त सैल्यूट न करने पर हंगामा हो गया। पीर के रोज़ सोशल नेटवर्किंग साइटों पर इस बात को लेकर लोग अपना गुस्सा जताते रहे। हालांकि बाद में हामिद अंसारी के स्टाफ ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके सैल्यूट करने का प्रोटोकाल ही नहीं था।
हामिद अंसारी के ज्वाइंट सेक्रेटरी व ओएसडी गुरदीप सप्पल ने सफाई देते हुए कहा कि प्रोटोकाल के तहत जब क़ौमी तराना बजता है, उस वक्त अहम हस्तियों व फौजी अफसरों को सलामी देनी होती है। उन्होंने अंसारी की ओर से सफाई देते हुए कहा कि यौम ए जम्हूरिया परेड में मुल्क के सदर जम्हूरिया को बतौर सुप्रीम कमांडर सलामी लेनी होती है। लेकिन प्रोटोकाल के तहत नायब सदर ज्म्हूरिया को महज Attention की हालत में खड़े रहने की जरूरत होती है।
सिप्पल ने कहा कि जब नायब सदर जम्हूरिया अहम हस्ती होते हैं तो वह सलामी लेते हैं। जैसे उन्होंने इसी साल एनसीसी कैंप में किया था।
गौरतलब है कि यौम ए जम्हूरिया की तकरीब के फौरन बाद ट्विटर व फेसबुक पर हामिद अंसारी की बिना सैल्यूट वाली फोटो वायरल हो गई थीं। इसमें सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी, वज़ीर ए आज़म नरेंद्र मोदी, डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पार्रिकर क़ौमी तराना के दौरान सैल्यूट के वक्त खड़े दिख रहे हैं।