नई दिल्ली 29 मार्च : गैर कांग्रेसी चीफ़ मनिस्टर्स के मुतालिबात को तस्लीम करते हुए मर्कज़ी हुकूमत ने क़ौमी मर्कज़ बराए इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी के इख़्तयारात को बेहद कम कर दिया है। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने आज एतिमाद ज़ाहिर किया कि इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी मर्कज़ आइन्दा माह मुक़र्रर चीफ़ मनिस्टर्स कान्फ़्रैंस में मंज़ूर करलिया जाएगा।
उन्होंने इन तमाम चीफ़ मनिस्टर्स के अंदेशों का अज़ाला कर दिया है जिन्होंने नए इदारे के अमली इख़्तयारात के बारे में अंदेशे ज़ाहिर किए थे। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला ने पी टी आई से कहा कि अब क़ौमी मर्कज़ बराए इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी में अब ऐसी कोई वजह मौजूद नहीं है जिसकी मुख़ालिफ़त की जा सके।
उन्होंने कहा कि तमाम क़ाबिल एतराज़ क़वाइद हज़फ़ किए जा चुके हैं। उन्होंने उमीद ज़ाहिर की कि मुजव्वज़ा मर्कज़ को चीफ़ मिनिस्टर्स की आइन्दा कान्फ़्रैंस में मंज़ूरी हासिल होजाएगी। मुक़ामी पुलिस किसी भी मुक़द्दमा में गिरफ्तारियां करसकती है क्योंकि रियास्ती हुकूमत भी क़ौमी मर्कज़ बराए इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी में शामिल होगी।
उन्होंने कहा कि इदारा के क़ियाम के बारे में 15 अप्रैल को चीफ़ मिनिस्टर्स के दाख़िली सलामती इजलास में तबादला-ए-ख़्याल किया गया। क़ौमी मर्कज़ बराए इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी की चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी, चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी, चीफ़ मिनिस्टर तामिलनाडो जय ललीता और चीफ़ मिनिस्टर उडीशा नवीन पटनाइक मुख़ालिफ़त कररहे हैं। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला ने कहा कि पुराज़म क़ौमी मर्कज़ बराए इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी का मंसूबा दहश्तगर्दी के अज़ाइम पर जवाबी कार्रवाई करने के मक़सद से तैय्यार किया गया था।
इसके दायरा कार से एन्टुली जिन्स ब्यूरो को ख़ारिज कर दिया गया है। मर्कज़ अब तहक़ीक़ी कार्यवाइयां करेगी या किसी रियासत में गिरफ़्तारी से क़बल रियास्ती पुलिस के सरबराह को उसकी इत्तिला देगा। क़ौमी मर्कज़ बराए इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी की मुख़ालिफ़त करने वाले ये दावा कररहे थे कि मर्कज़ मनमाने कार्यवाइयां करेगा और रियास्ती हुकूमतों के इख़्तयारात में दख़ल अंदाज़ी करेगा।
इस तरह मुल्क का वफ़ाक़ी ढांचा मुतास्सिर होगा। शिंदे ने कहा कि वो आइन्दा कान्फ़्रैंस में तात्तुल तोड़ने की कोशिश करेंगे।