क़ज़ाफ़ी ख़ानदान की नाटो के जंगी जराइम की शिकायत

पैरिस 27 अक्तूबर (ए एफ़ पी) मुअम्मर क़ज़ाफ़ी मरहूम का ख़ानदान नाटो के ख़िलाफ़ बीना लाक़वामी फ़ौजदारी अदालत में जंगी जराइम का मुक़द्दमा दायर करने का मंसूबा बना रहा है ।

मुबय्यना तौर पर नाटो ने मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की हलाकत में हिस्सा लिया है । क़ज़ाफ़ी ख़ानदान के वकील ने आज कहा कि लीबिया के साबिक़ 69 साला मर्द आहन को गिरफ़्तार कर के शहर सुरत के क़रीब हलाक करदिया गया ।

ये वाक़िया किन हालात में पेश आया , हनूज़ ग़ैर वाज़िह है लेकिन इस बात की तौसीक़ होचुकी है कि नाटो के तय्यारे ने क़ज़ाफ़ी के हामीयों की गाड़ीयों पर जो एक क़ाफ़िला की शक्ल में शहर का तख़लिया कर रहे थी, फायरिंग की थी ।

फ़्रांसीसी वकील मारसल सिसला दी माज़ी में भी क़ज़ाफ़ी हुकूमत के वकील रह चुके हैं और अब उन के ख़ानदान के मुशीर क़ानून है।

उन्होंने कहा कि कारों के क़ाफ़िला पर नाटो का हमला रास्त तौर पर उन की मौत की वजह बना। ये क़तल-ए-अमद था जो रुम असटाचीवट आई सी सी की दिफ़ा 8 के तहत जंगी जुर्म है उन्हों ने कहा कि वो अभी ये नहीं कह सकते कि मुक़द्दमा कब दायर किया जाएगा लेकिन इस में नाटो की मजालिस आमिला और इस इत्तिहाद के रुकन ममालिक के क़ाइदीन को भी मुल्ज़िम क़रार दिया जाएगा।