अक़वम मुत्तहदा 26 अक्टूबर । ( पी टी आई ) अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल ने आज इत्तिफ़ाक़ राय से हिंदूस्तान की मुश्तर्क सरपरस्ती वाली एक क़रारदाद मंज़ूर करली जो सोमालीया मैं क़ज़्ज़ाक़ी से मुताल्लिक़ है और इस मुआमले में हिंदूस्तान की इस तजवीज़ को शामिल करलिया गया कि मुजरिम क़ज़्ज़ाक़ों पर मुक़द्दमा चलाने का मसला ना सिर्फ क़ज़्ज़ाक़ी की कार्यवाईयों के लिए हो बल्कि यरग़माल बनाए जाने का भी अहाता किया जाय ।
मुमलिकती वज़ीर बराए उमोर ख़ारिजा ई अहमद ने कल यहां सलामती कौंसल मीटिंग में शिरकत की जहां ये क़रारदाद मंज़ूर की गई जिस में क़ज़्ज़ाक़ों पर मुक़द्दमा चलाने की गुंजाइश शामिल हैं। इस क़रारदाद को हिंदूस्तान और 10 दीगर यू एन एस सी अरकान की सरपरस्ती के साथ पेश किया गया ।
अपनी नौईयत के अव्वलीन इक़दाम में हिंदूस्तान की पहल पर ये क़रार दादा मंज़ूर की गई जो क़ज़्ज़ाक़ी के साथ साथ यरग़माली के जराइम पर भी मुक़द्दमा चलाने की गुंजाइश फ़राहम करती है । ये क़रारदाद क़ानून के नफ़ाज़ और मूसिर मुक़द्दमा बाज़ी के ज़िमन में मालूमात का तबादला करने के लिए तमाम बैन-उल-अक़वामी बिरादरी से तआवुन की अपील करती है ।
सलामती कौंसल ने कहाकि बहरी क़ज़्ज़ाक़ी की वारदातें बढ़ रही हैं, जिन को रोकने के लिए सख़्ती करनी होगी और दुनिया भर के 193 ममालिक इस साल के आख़िर तक क़ज़्ज़ाक़ों के ख़िलाफ़ अपने इक़दामात की रिपोर्ट पेश करें। इंटरनैशनल मेरी टाइम ब्यूरो के मुताबिक़ इस साल बहरी क़ज़्ज़ाक़ी के 352 वाक़ियात रिपोर्ट होचुके हैं।
सोमालीया से निकलने वाले बहरी क़ज़्ज़ाक़ अब ख़लीज-ए-अदन और बहर-ए-हिंद के वसीअ हिस्से में भी वारदातें कररहे हैं। क़रारदाद ने सोमालीया और इस ख़ित्ते के दीगर ममालिक में ख़ुसूसी इंसिदाद क़ज़्ज़ाक़ी अदालतों के क़ियाम की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया ।