हैदराबाद । 249 साला उर्स पिर हज़रत सय्यद शाह रज़ा रिज़वी और आप के जानशीन अमर उल्लाह शाह रिज़वी के 224 साल उर्स मुबारक के मौके पर एक तुरही नातिया मुशायरा बतरह”हर जगह पर नक़्श पाए अहमद मुख़तार हैं” और मनक़बत बतरह” तक़सीम होरहा है फैज़ान रज़ा का” हज़रत सय्यद शाह असरार हुसैन रिज़वीसज्जादा नशीन आस्ताना आलीया रज़वीया कि निगरानी में मुनाक़िद हुवा
जिस में मौलाना सय्यद अबूतुराब शाह चिशती यमनी , जनाब जलाल आरिफ़ , जनाब सय्यद मसरूर आब्दी शरफ़ी , डाक्टर तैयब पाशाह कादरी , मुमताज़ दानिश , अनीस अहमद कादरी अनीस , हामिद हुसैन शरफ़ी , नूर उद्दीन अमीर , मुहम्मद शब्बीर अली ख़ां शब्बीर , क़ाबिल हैदराबादी , मुफ़्ती अख़तर ज़िया कादरी , कौसर शमसाबादी , हामिद रिज़वी , अंजुम शाफ़ई , नादिर अलमसदुसी , सय्यद अली आदिल , मुमताज़ लखनवी , अफ़ज़ल आरफ़ी , समी उल्लाह समी , डाक्टर फरीद सादिक़ , सय्यद शाह लियाकत हुसैन रिज़वी इलिमदनी मुख़तार , खलील कादरी , क़ाज़ी अज़मत अल्लाह जाफरी , अज़हर उल-क़ादरी अज़हर याद गेरी , सज्जाद नज़र , सुहेल अज़ीम , वसीम इल्हामी कादरी , सय्यद अबदुलहलीम रिज़वी मुदब्बिर , मुहम्मद बिन अहमद बावज़ेर , ने कलाम सुनाकर समां बांध दिया और दाद पाई ।
मौलवी क़ाज़ी फ़ारूक़ आरफ़ी मोतमिद मुशायरा और कन्वीनर पीरज़ादा सय्यद शाह लियाकत हुसैन मुख़तार थे । पीरज़ादा मुर्तज़ा ने इंतेज़ामात की निगरानी की । क़ारी असद उल्लाह शरीफ ने बारगाह रिसालत में सलाम पेश किया । हज़रत सज्जादा नशीन की दुआ पर तीन बजे शब मुशायरा खत्म हुवा ।