अदाकारा और सामाजी कारकुन शबाना आजमी ने वुमेंस डे के मौके पर कहा कि मआशरे को ख़्वातीन के साथ देवी जैसा सुलूक करने की बजाय उनके साथ बराबरी का रवैय्या करना चाहिए। शबाना को “शतरंज के खिल़ाडी”, “मासूम”, “मंडी”, “अर्थ” और “जुनून” जैसी फिल्मों में उनकी यादगार किरदार के लिए जाना जाता है।
उन्होंने टि्वटर पर लिखा, “हमसे देवियों की तरह बर्ताव न करें। हमारे साथ बराबरी का रवैय्या करें। हम उन ख़्वातीन के हौसला को सैल्यूट्र करते हैं, जिन्होंने हमारी आजादी की मांग के लिए राह हमवार किया ।” शबाना अपनी गोद ली हुई बेटी गोयल के साथ मिलकर मिजवान वेलफेयर सोसायटी नामी गैर सरकारी तंज़ीम (एनजीओ) चलाती हैं।
इसका मकसद लड़की और ख़्वातीन का ध्यान मरकूज़ कर देही हिंदुस्तान को ताकतवर बनाना है।