हैदराबाद डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने कहा कि ग़रीब अक़लियती ख़ानदानों को ख़ुद रोज़गार स्कीमात से मरबूत करते हुए मआशी पसमांदगी का ख़ातमा तेलंगाना हुकूमत का मक़सद है। उन्होंने बताया कि अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन के ज़रीये सब्सीडी की फ़राहमी से मुताल्लिक़ मौजूदा स्कीम में तरमीम करते हुए 50 फ़ीसद सब्सीडी की मौजूदा शरह को बढ़ा कर 80 फ़ीसद करने का फ़ैसला किया गया है जिससे शहर और अज़ला में लाखों अक़लियती ग़रीब ख़ानदान फ़ायदा उठा सकते हैं।
इस स्कीम का मक़सद ग़रीब अक़लियती ख़ानदानों को मआशी तौर पर ख़ुद मुख्तार बनाना है। मुहम्मद महमूद अली ने बताया कि जारीया साल से ही इस स्कीम पर अमल आवरी का आग़ाज़ हो जाएगा लिहाज़ा अक़लियतों को चाहीए कि वो ज़्यादा से ज़्यादा स्कीम से इस्तिफ़ादा करें।
उन्होंने बताया कि एक लाख रुपये तक के कारोबार के लिए अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन 80 हज़ार रुपये सब्सीडी फ़राहम करेगा जबकि 20 हज़ार रुपये कौमियाए हुए बैंक से बतौर क़र्ज़ मंज़ूर किए जाऐंगे। उन्होंने कहा कि हुकूमत ने 10 लाख रुपये तक के यूनिट के क़ियाम के लिए सब्सीडी फ़राहम करने का फ़ैसला किया है जो एक इन्क़िलाबी क़दम है।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली इस स्कीम के सिलसिले में तवील अरसा से नुमाइंदगी कर रहे हैं। उन्होंने मुत्तहदा आंध्र प्रदेश की कांग्रेस हुकूमत से भी टी आर एस एम एलसी की हैसियत से इस मसले पर नुमाइंदगी की थी। टी आर एस हुकूमत के क़ियाम के बाद उन्होंने ओहदेदारों को हिदायत दी कि वो सब्सीडी की शरह में इज़ाफ़ा करते हुए नई स्कीम तैयार करें ताकि ज़्यादा से ज़्यादा ग़रीब अक़लियतों की मआशी पसमांदगी दौर की जा सके। चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने इस स्कीम के आग़ाज़ को मंज़ूरी दे दी है।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि के सी आर अक़लियत दोस्त हैं और वो अक़लियतों की मआशी और तालीमी तरक़्क़ी में संजीदा हैं। उन्होंने बताया कि 2 लाख से 10 लाख रुपये तक के कारोबार के आग़ाज़ के लिए 60 फ़ीसद या फिर 5 लाख रुपये तक सब्सीडी अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन की तरफ से फ़राहम की जाएगी। सब्सीडी की ये रक़म बतौर इमदाद होगी और उसे वापिस करने की ज़रूरत नहीं।